भाजपा ने कट्टरपंथी मौलाना मुश्ताक को किया सम्मानित तो महबूबा ने उठाए सवाल, कहा- BJP राजनीतिक खेल में व्यस्त
भाजपा ने कट्टरपंथी मौलाना मुश्ताक को अंद्राबी ने शॉल ओढ़ाई इसके बाद बीजेपी पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के निशाने पर आ गई है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा राजनीतिक खेल में व्यस्त है। मौलाना मुश्ताक अहमद को वर्ष 2019 में भी पीएसए के तहत ही गिरफ्तार किया गया था और तब लगभग एक वर्ष बाद छोड़े गए थे।
श्रीनगर,राज्य ब्यूरो: Jammu Kashmir News जमीयत ए अहले हदीस की कश्मीर इकाई के उपाध्यक्ष और कट्टरपंथी मौलाना मुश्ताक अहमद वीरी को भाजपा द्वारा सम्मानित किए जाने पर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीतिक खेल में व्यस्त है।
मुश्ताक को 2019 में किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि मौलाना मुश्ताक को बीते वर्ष पीएसए के तहत बंदी बनाया गया था और वह इसी माह रिहा हुए हैं। उन्हें वर्ष 2019 में भी पीएसए के तहत ही गिरफ्तार किया गया था और तब लगभग एक वर्ष बाद छोड़े गए थे। वह कट्टरपंथी बयानबाजी के कारण कई बार सुर्खियों में रहे हैं। उन्हें भाजपा नेता द्रख्शां अंद्राबी ने शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया है।
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बीते वर्ष उन्हें जब बंदी बनाया गया था तब कश्मीर रेंज के एडीजीपी विजय कुमार ने कहा था कि मुश्ताक वीरी को कई बार चेताया गया, लेकिन उनका रवैया नहीं बदला। वह युवाओं को आतंकी हिंसा और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए उकसाते हैं। वह कश्मीर में आतंक का समर्थन करते हैं और इस सही ठहराते हैं। उनके खिलाफ सभी आवश्यक सुबूत जमा करने के बाद ही कार्रवाई की गई है।
शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया
अब जम्मू कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष और भाजपा नेता द्रख्शां अंद्राबी ने मुश्ताक वीरी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया है। अंद्राबी कश्मीर में इस्लाम की सूफी परंपरा को मजबूत बनाने पर जोर देती हैं, जबकि मौलाना मुश्ताक वीरी जिस इस्लामिक विचारधारा का कश्मीर में प्रचार करते हैं वह सूफीवाद की घोर विरोधी है।
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सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें
द्रख्शां अंद्राबी द्वारा मौलाना मुश्ताक वीरी को सम्मानित किए जाने की तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई हैं। महबूबा ने इन तस्वीरों का जिक्र करते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि जिन मजहबी नेताओं को कल तक सत्ताधारी दल देश की एकता अखंडता और सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए पीएसए के तहत बंदी बनाने को सही ठहरा रहा था, अब उन्हीं नेताओं को रिहाई के बाद भाजपा नेता सम्मानित कर रहे हैं।
उन्होंने लिखा, इश्फाक बुखारी, अब्दुल मजीद डार, मंजूर मिस्बाही और फैयाज शाह जैसे अन्य मजहबी नेताओं की रिहाई के लिए भी क्या कोई प्रयास किया जाएगा।