जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव टलने की अटकलें, भाजपा ने किया खारिज; विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
जम्मू कश्मीर में बीते दस साल से विधानसभा का चुनाव नहीं हुआ हैं। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर के दौरे पर रहे पीएम मोदी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हाल ही में विधानसभा चुनाव टलने की अटकलें सामने आ रही हैं। विपक्षी नेताओं ने भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है।
नवीन नवाज,श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव टलने की अटकलें चल निकली हैं। राजनीतिक दल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सदन में दिए गए संबोधन में जम्मू कश्मीर के चुनाव का जिक्र न करने को मुद्दा बना रहे हैं। उन्होंने हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र का जिक्र किया था।
हालांकि भाजपा ने इस अटकलों पर विराम लगाते हुए साफ किया कि श्रीनगर दौरे पर प्रधानमंत्री स्वयं जल्द विधानसभा चुनाव कराने का आश्वासन दे चुके हैं। यहां बता दें कि निर्वाचन आयोग मतदाता सूचियों को अंतिम रूप देने में पहले से ही जुटा है।
पंचायत और शहरी निकायों के चुनाव भी लंबित
जम्मू कश्मीर में पंचायतों और शहरी निकायों के चुनाव भी लंबित हैं। पिछड़ा वर्ग के आरक्षण पर मुहर के बाद निकायों में वार्डों का आरक्षण अभी होना है। इससे पहले वार्डों का परिसीमन भी होगा। यह कार्य सितंबर तक पूरा हो सकता है।ऐसे में एक वर्ग यह दावा कर रहा है कि प्रदेश में विधानसभा से पहले पंचायत और नगर निकायों के चुनाव कराए जाने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव फिलहाल टल सकते हैं।
अंतिम बार 2014 में हुए थे विधानसभा चुनाव
जम्मू कश्मीर में अंतिम बार विधानसभा चुनाव वर्ष 2014 में हुए थे। उस समय लद्दाख भी जम्मू कश्मीर का हिस्सा था। जून 2018 में तत्कालीन पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार गिर गई। उसके बाद जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू हो गया था।उसके बाद पांच अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद परिसमीन हुआ और विधानसभा क्षेत्रों की संख्या भी बढ्कर 83 ये 90 कर दी गई। लद्दाख अलग केंद्रशासित प्रदेश बन गया।
सर्वोच्च न्यायालय ने भी 30 सितंबर तक विधानसभा के गठन का आदेश दिया है। हाल ही में चुनाव आयोग ने भी सभी चुनाव वाले राज्यों की बैठक की थी।
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