Move to Jagran APP

जम्मू-कश्मीर के सोपोर में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, 2 दिन में तीसरा एनकाउंटर

Jammu Kashmir News उत्तरी कश्मीर के सोपोर के अंतर्गत सागीपोरा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई। खबर लिखे जाने तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी है। इससे पहले बुधवार को बांदीपोरा और कुपवाड़ा में भी सेना का सामना आतंकियों से हुआ था। कुपवाड़ा के लोलाब में मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर हो गया। बांदीपोरा में भी सेना ने एक आतंकी को मार गिराया।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 07 Nov 2024 09:40 PM (IST)
Hero Image
जम्मू-कश्मीर के सोपोर में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ (फाइल फोटो)
एजेंसी, श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के सोपोर इलाके में छिपे हुए आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गुरुवार को गोलीबारी शुरू हो गई। अधिकारियों ने कहा कि सोपोर के सागीपोरा इलाके में आतंकवादियों के एक समूह के छिपे होने की विशेष खुफिया जानकारी मिलने के बाद संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।

उन्होंने कहा कि जब सुरक्षाबल छिपे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंचे तो उन्होंने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने जवाबी गोलीबारी की जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई जो खबर लिखे जाने तक जारी है। माना जा रहा है कि दो से तीन आतंकवादियों का एक समूह फंसा हुआ है।

आतंकवादियों द्वारा किए गए कई हमलों के बाद सुरक्षा बलों ने हाल के दिनों में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान बढ़ा दिया है।पिछले 48 घंटों के दौरान दो आतंकवादी मारे गए, एक कुपवाड़ा जिले के लोलाब इलाके में और दूसरा बांदीपोरा जिले के केटसुन जंगलों में सुरक्षा बलों ने मारा।

गांदरबल आतंकी हमले में सात लोगों की हत्या

आतंकवादियों ने 20 अक्टूबर को गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक बुनियादी ढांचा परियोजना कंपनी के श्रमिक शिविर पर हमला कर सात लोगों की हत्या कर दी थी। 24 अक्टूबर को आतंकवादियों ने बारामूला जिले के गुलमर्ग के बोटापाथरी इलाके में सेना के वाहन पर हमला कर तीन सेना के जवानों और दो नागरिक कुलियों की हत्या कर दी थी। गगनगीर और गुलमर्ग की व्यापक रूप से निंदा की गई।

भारी कीमत चूकानी पड़ेगी: मनोज सिन्हा

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि इन दो आतंकवादी हमलों में शामिल लोगों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नागरिकों के खून-खराबे का एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा।

सोपोर इलाका अतीत में अलगाववादियों का गढ़ रहा है और 1990 के बाद कई वर्षों तक विभिन्न संगठनों के आतंकवादी वहां सक्रिय रहे थे। यहां सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी अथक कार्रवाई जारी रखी, वहीं सोपोर ने भी हाल ही में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के दौरान बड़ी संख्या में मतदान करके मुख्यधारा में लौटकर एक नया अध्याय लिखा।

वीडीजी के दो सदस्यों की हत्या

उधर, किश्तवाड़ में दो ग्राम रक्षा समूह (वीडीजी) के सदस्यों को पहले आतंकियों ने किडनैप किया और फिर उसके बाद मार दिया। मृतकों की पहचान नजीर अहमद और कुलदीप कुमार की रूप में हुई। दोनों के शवों को बरामद कर लिया गया है और यहां बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।