Cloud Burst in Kashmir: उत्तरी और दक्षिणी कश्मीर के कई क्षेत्रों में बादल फटे, 23 अगस्त तक भूस्खलन की चेतावनी
जम्मू- कश्मीर में मानसून कहर बरपा रही है। कश्मीर के कई क्षेत्रों में बादल फटने से श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर यातायात बाधित रहा। मौसम विभाग ने 23 अगस्त तक कश्मीर के कई जगहों पर भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। प्रशासन ने लोगों से असुरक्षित स्थानों नदी नालों से दूर रहने की अपील की है। फिलहाल इस घटना से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
जागरण टीम, श्रीनगर/जम्मू। मानसून की सक्रियता बढ़ने से जम्मू-कश्मीर में शनिवार को जोरदार वर्षा हुई। उत्तरी व दक्षिणी कश्मीर के कई इलाकों में बादल भी फटे।
इससे बाढ़ जैसी की स्थिति बन गई। कोई जानी नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन नदी-नालों का पानी और मलबा रिहायशी मकानों में घुस आया। लोगों को सुरक्षित जगहों पर ठहराया गया।
कश्मीर में भूस्खलन की चेतावनी जारी
वर्षा से दोनों प्रदेशों के दूरदराज क्षेत्र के संपर्क मार्ग भी बंद हो गए हैं। वर्षा से श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर रामबन क्षेत्र में भूस्खलन होने से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई।मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर के अनुसार 23 अगस्त तक कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की और जम्मू में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। बाढ़, भूस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। लोगों को असुरक्षित स्थानों, नदी, नालों खासकर तवी, चिनाब और दूसरे जलस्रोतों से दूर रहने के लिए कहा गया है।
लोगों को यात्रा से बचने का सुझाव
मौसम को देखते हुए लोगों को यात्रा से बचने का सुझाव दिया गया है। बता दें कि मौसम विभाग ने पहले ही कई इलाकों में बादल फटने की चेतावनी दी थी। शनिवार तड़के ही शुरू हुई वर्षा दिनभर रुक-रुक जारी रही।श्रीनगर समेत अधिकांश इलाकों में वर्षा शाम तक होती रही। यही हालत जम्मू संभाग में भी रही। दिन में भी कई स्थानों पर तेज वर्षा हुई। बीच-बीच में बादल भी मंडराते रहे। इससे मौसम राहत भरा रहा।दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा के केलर और अछगोजा में बादल फटने से नाले उफान पर आ गए। मलबा और पानी बस्तियों में घुस गया। प्रशासन ने बचाव अभियान चलाकर घरों में फंसे लोगों को निकाल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
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