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Srinagar News: 'भय पैदा करने के लिए रचा षड्यंत्र', संदिग्ध तरीके से चार मकानों में आग लगने पर बोले कश्मीरी हिंदू

दक्षिण कश्मीर के मट्टन में विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के चार मकानों में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लगने के इलाके में आक्रोश का माहौल है। विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये आग उनमें भय पैदा करने के लिए लगाई गई है। ये एक सुनियोजित षड्यंत्र है। वहीं पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।

By naveen sharma Edited By: Deepak Saxena Updated: Tue, 30 Jul 2024 08:34 PM (IST)
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संदिग्ध तरीके से चार मकानों में आग लगने पर बोले कश्मीरी हिंदू (जागरण)।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के मट्टन, अनंतनाग में विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं के चार मकानों में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। स्थानीय कश्मीरी हिंदुओं और विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं ने आरोप लगाया है कि यह आग यूं ही नहीं लगी है, बल्कि कश्मीर में लौटने के इच्छ़ुक विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं को रोकने और उनमें भय पैदा करने के एक सुनियोजित षड्यंत्र का हिस्सा है।

इस बीच पुलिस ने आग के कारणों का पता लगाने के लिए मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। डीआईजी दक्षिण कश्मीर रेंज जावेद इकबाल मट्टू के अनुसार, घटनास्थल के आस पास जो भी सीसीटीवी हैं, सभी की फुटेज की जांच की जा रही है। फॉरेंसिंक दल ने भी घटनास्थल का दौरा कर अपनी जांच शुरू कर दी है।

35 सालों से खाली पड़े थे मकान

मट्टन कस्बा दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग-पहलगाम मार्ग पर स्थित है। यह हिंदुओं का एक बड़ा तीर्थस्थल भी है। मट्टन में 1990 से पहले बड़ी संख्या में कश्मीरी हिंदू रहते थे। आतंकियों से बचने के लिए अधिकांश पलायन कर गए और अब चंद परिवार ही मट्टन में बचे हैं। जिन मकानों में आग लगी है, वह खाली पड़े हुए थे और यह मकान राजदान मोहल्ले में हैं। क्षतिग्रस्त मकान आनंद जी राजदान, शादी लाल राजदान और शाम लाल पटवारी के हैं। क्षतिग्रस्त मकानों में एक मकान चार मंजिला है।

कुछ दिन पहले मकानों के पास देखे गए थे संदिग्ध- बीबी साधु

मार्तंड तीर्थ ट्रस्ट, मट्टन के उपाध्यक्ष बीबी साधु ने कहा कि मकानों में लगी आग किसी षड्यंत्र का ही हिस्सा नजर आती है। यह मकान बीते 30-35 साल से खाली पड़े हुए थे। कुछ दिन पहले इन मकानों के पास कुछ संदिग्ध तत्व देखे गए थे और पुलिस को सूचित किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हमें लगता इन मकानों को आग उन्हीं लोगों ने लगाई होगी जो नहीं चाहते कि कश्मीरी पंडित यहां लौटें। इस घटना के बाद यहां जो भी हम जैसे कुछ कश्मीरी हिंदू हैं, सभी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

एक स्थानीय मुस्लिम ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए ताकि पता चले कि यह हादसा है या किसी की शरारत। मुझे नहीं लगता कि यह हादसा होगा क्योंकि इन मकानों में काई नहीं रहता, बिजली का कनेक्शन तक नहीं है। यह आग अपने आप में कई सवाल पैदा करती है।

कश्मीरी हिंदुओं की वापसी रोकने का षड्यंत्र- संजय टिक्कू

कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय टिक्कू ने कहा कि यहां एक तरफ सरकार कहती है कि कश्मीर में हालात सामान्य हो गए हैं, कश्मीरी हिंदुओं को वापस बसाया जाएगा और यहां जो हमारे समुदाय के विस्थापित लोगों के मकान हैं, उन्हें जलाया जा रहा है। यह विस्थापित कश्मीरी हिंदुओं की कश्मीर वापसी के प्रयासों को रोकने का षड्यंत्र हो सकता है।

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मकान बनाने में हुआ था लकड़ी का काफी इस्तेमाल

मट्टन थाना प्रभारी ने कहा कि हमारे पास रात डेढ़ बजे के करीब आग की सूचना पहुंची थी। उसी समय हमने दमकल विभाग को सूचित किया और तुरंत मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। मकान काफी पुराने हैंऔर इनमें लकड़ी का भी खूब इस्तेमाल हुआ है, इसलिए आग पर काबू पाने में समय लगा है।

मामले की जांच हुई शुरू

डीआईजी दक्षिण कश्मीर रेंज जावेद इकबाल मट्टू ने कहा कि हमने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। मट्टन पुलिस स्टेशन में इस संदर्भ में भारतीय न्याय संहिता की धारा 326 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आग से क्षतिग्रस्त हुए मकान जिस इलाके में हैं, वहां लगे सभी सीसीटीवी की फुटेज की जांच की जा रही है। फॉरेंसिंक दल ने भी मौके पर जाकर जांच की है। हम सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रहे हैं। जल्द ही जांच को पूरा कर सच्चाई को सबके सामने लाया जाएगा।

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