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Srinagar News: आतंकवाद पर बोले डीजीपी दिलबाग सिंह, कहा- 'शून्य आतंकवाद नीति की ओर बढ़ रहा जम्मू कश्मीर'

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में आयोजित तीसरी उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक में आतंकवाद पर डीजीपी दिलबाग सिंह (DGP Dilbag Singh) ने कहा कि घाटी में आतंकवाद अभी अपने न्यूनतम स्तर पर है। साथ ही जम्मू कश्मीर जीरो टेरर पॉलिसी की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा दलों ने इस साल 40 विदेशी आतंकवादियों और नौ स्थानीय आतंकवादियों को मार गिराया है।

By Deepak SaxenaEdited By: Deepak SaxenaUpdated: Sun, 17 Sep 2023 12:18 PM (IST)
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आतंकवाद पर डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर शून्य आतंकवाद नीति की ओर बढ़ रहा है (फाइल फोटो)
श्रीनगर, पीटीआई: उत्तरी पुलिस समन्वय समिति की बैठक में पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने आतंकवाद को लेकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अपने न्यूनतम स्तर पर है और केंद्र शासित प्रदेश धीरे-धीरे शून्य आतंकवाद की नीति की ओर बढ़ रहा है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि सुरक्षा बलों ने इस साल अब तक 40 विदेशी आतंकवादियों और नौ स्थानीय आतंकवादियों को मार गिराया है। जम्मू एवं कश्मीर में आयोजित तीसरी उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में शून्य आतंकवाद की नीति की ओर इंच-इंच बढ़ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अपने सबसे निचले स्तर पर है।

उन्होंने कहा कि इस साल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा दल लगभग 40 विदेशी आतंकवादियों और नौ स्थानीय आतंकवादियों को मार गिराने में सफल रहा हैं। आतंकी गतिविधियों में स्थानीय भागीदारी में भारी कमी आई है। सुरक्षा बलों के बीच तालमेल ने आतंकवादियों को गांवों और शहरों से पहाड़ों की ओर धकेल दिया है। सुरक्षा बल, खुफिया एजेंसियां और नागरिक प्रशासन जम्मू-कश्मीर को आतंक मुक्त बनाने के लिए एक अद्वितीय मॉडल के रूप में मिलकर काम कर रहे हैं।

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सुरक्षा बलों पर पथराव अब हुआ खत्म: DGP दिलबाग सिंह

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि एक समय था जब हर शुक्रवार को सुरक्षा बलों पर पथराव होता था। वह अब खत्म हो गया है। जम्मू-कश्मीर सुरक्षा दल मानवाधिकारों का शून्य उल्लंघन सुनिश्चित करने में सक्षम है और किसी भी कानून में एक भी नागरिक हताहत नहीं हुआ है। नियम कानून को लागू करना जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा टीम के लिए एकमात्र दिशानिर्देश है। राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के साथ-साथ उन्हें उकसाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों को भी सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया है।

शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए रखा गया मौन

तीसरी उत्तरी क्षेत्रीय पुलिस समन्वय समिति की बैठक का उद्देश्य उत्तर भारतीय राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में कई पुलिसिंग मुद्दों को प्रभावी ढंग से बताना, पुलिस विभागों का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों/केंद्रीय पुलिस संगठनों के अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठक में भाग लिया। शुरुआत में अनंतनाग और राजौरी ऑपरेशन के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रखा गया।

नशीली दवाओं, साइबर क्राइम सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा

पुलिस नेतृत्व ने आतंकवाद, नशीली दवाओं के खतरे, साइबर अपराध में बढ़ती प्रवृत्ति और सीमा पार से नशीली दवाओं और प्रतिबंधित सामग्री को गिराने के लिए ड्रोन के उपयोग से संबंधित कई विषयों पर चर्चा की। बेहतर समन्वय के लिए पुलिस बलों के बीच एक अंतर-राज्य डेटाबेस और संचार चैनल बनाने, संगठित अपराध और मानव तस्करी पर खुफिया जानकारी साझा करने पर भी चर्चा हुई। क्षेत्र में सेनाओं के बीच समन्वय बढ़ाने के लिए कई उपाय भी प्रस्तावित किए गए। अंतरराज्यीय आपराधिक गतिविधियों के संबंध में वास्तविक समय सूचना-साझाकरण तंत्र स्थापित करने और साइबर अपराध से निपटने के लिए संयुक्त प्रयास करने पर जोर दिया गया।

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