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Eid-al-Adha: श्रीनगर की जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने की नहीं मिली अनुमति, सात सालों से है प्रतिबंध

Eid-al-Adha श्रीनगर की जामा मस्जिद में इस बार भी ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं मिली है। यहां हिजबुल मुजाहिदीन के तत्कालीन कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद 2016 से ईदगाह में ईद की नमाज नहीं हुई है क्योंकि अधिकारियों को कानून-व्यवस्था जारी होने की आशंका है। उसकी हत्या के बाद घाटी में कई महीनों तक विरोध प्रदर्शन हुआ था।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Thu, 29 Jun 2023 10:52 AM (IST)
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श्रीनगर की जामा मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने की नहीं मिली अनुमति, सात सालों से है प्रतिबंध
श्रीनगर, एजेंसी: श्रीनगर में अधिकारियों ने ऐतिहासिक जामिया मस्जिद के साथ-साथ शहर की ईदगाह में ईद की नमाज की अनुमति नहीं दी है। मस्जिद के प्रबंध निकाय के अनुसार पिछले कई वर्षों से ईदगाह में सामूहिक ईद की नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी गई है।

2016 से नहीं हुई नमाज

एक बयान में जामिया मस्जिद के प्रबंध निकाय ने बुधवार को कहा, "यह जनता को सूचित किया जाता है कि अधिकारियों ने अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद को बता दिया है कि एक बार फिर, ऐतिहासिक और केंद्रीय ईदगाह श्रीनगर में ई-उल-अधा की नमाज की अनुमति नहीं दी जाएगी। हिजबुल मुजाहिदीन के तत्कालीन कमांडर बुरहान वानी की हत्या के बाद 2016 से ईदगाह में ईद की नमाज नहीं हुई है, क्योंकि अधिकारियों को कानून-व्यवस्था जारी होने की आशंका है।

कई महीनों तक हुआ प्रदर्शन

वानी, जो उस समय घाटी में आतंकवाद का पोस्टर बॉय था, ईद-उल-फितर के तीन दिन बाद 8 जुलाई, 2016 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसकी हत्या के बाद घाटी में कई महीनों तक विरोध प्रदर्शन हुआ।

अंजुमन ने मीरवाइज-ए-कश्मीर, मोहम्मद उमर फारूक की निरंतर हिरासत की भी निंदा की, जो पारंपरिक रूप से ईद की नमाज से पहले ईदगाह में ईद का उपदेश देते हैं। मीरवाइज 5 अगस्त, 2019 से घर में नजरबंद हैं, जब केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया था।

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