इंजीनियर राशिद को आज जमानत मिली तो बदल जाएगा कश्मीर का पूरा खेल! जानिए क्यों और कैसे; पढ़िए इनसाइड स्टोरी
Engineer Rashid Bail जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव से पहले इंजीनियर राशिद ने नियमित जमानत की मांग की है। अगर इंजीनियर राशिद को बेल मिल जाती है तो कश्मीर का पूरा चुनावी खेल बदल जाएगा। राशिद की पार्टी को एक बड़ा चेहरा मिल जाएगा। चुनाव प्रचार से पार्टी में जान फूंक सकता है। वोटरों को अपनी तरफ खींच सकता है। इससे चुनाव में बड़ा प्रभाव पड़ेगा।
सुशील कुमार, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तैयारी जोरों से शुरू हो गई है। इस बार कश्मीर में राजनिति खेल बदलने वाला है। दरअसल, बारामूला से लोकसभा सांसद इंजीनियर राशिद की जमानत पर आज सुनवाई है। सांसद राशिद को अगर जमानत मिल जाती है तो कश्मीर का खेल बदल सकता है। राशिद ने नियमित जमानत की मांग की है।
इंजीनियर राशिद की अवामी इत्तेहाद पार्टी ने पहले ही सभी 90 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया था। राशिद के इस एलान से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इससे पहले उसने बारामूला लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया था। राशिद का पूरा जोर कश्मीर पर है। दूसरे और तीसरे चऱण के चुनाव में अपने मतदान उतारकर जीत दर्ज करने की बड़ी कोशिश में है।
राशिद की जीत से कार्यकर्ताओं में जोश
पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को होगा। 27 अगस्त नामांकन की अंतिम तिथि थी। लेकिन इस सीट पर उम्मीदवारों का एलान नहीं किया। अब दूसरे और तीसरे चरण के लिए बाकी सीटों पर उम्मीदवारों का एलान करेंगे। इंजीनियर राशिद के सांसद बनने के बाद अवामी इत्तेहाद पार्टी के कार्यकर्ताओं में भरपूर उत्साह है।
क्यों जेल में बंद है राशिद
इंजीनियर राशिद गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत दर्ज टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में है। जेल में बंद रहने के दौरान ही उसने सांसद की शपथ ली। दो घंटे की पैरोल पर बाहर लाया गया था। 2019 से वह जेल में बंद है।
यह भी पढ़ें- Jammu Kashmir Election 2024: अफजल गुरु का भाई एजाज लड़ेगा चुनाव, जमात-ए-इस्लामी के 4 पूर्व नेता भी मैदान में
राशिद का राजनीति से नाता
इंजीनियर राशिद शुरू में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत गया। 2013 में उसने आवामी इत्तेहाद पार्टी बनाई। 2008 में वह निर्दलीय विधायक बना। 2014 में भी विधायक बना। 2014 लोकसभा चुनाव में राशिद हार गया। 2024 में बारामूला से सांसद बना। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर उसने कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया था।
कौन है इंजीनियर राशिद
इंजीनियर राशिद का असली नाम शेख अब्दुल राशिद है। वह वर्ष 2008 और 2014 में उत्तरी कश्मीर में जिला कुपवाड़ा के अंतर्गत लंगेट विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक बना है। राजनीति में आने से पहले वह जम्मू-कश्मीर लोक निर्माण विभाग में इंजीनियर था।
कश्मीर में जनमत संग्रह के समर्थक रहे इंजीनियर रशीद संसद हमले में शामिल आतंक अफजल, हिजबुल आतंकी बुरहान वानी समेत मारे गए सभी आतंकियों को बलिदानी बताते रहा है। इंजीनियर रशीद वर्ष 2019 में भी बारामुला-कुपवाड़ा संसदीय सीट से चुनाव लड़ चुका है।
यह भी पढ़ें- Jammu Kashmir Election 2024: फारूक अब्दुल्ला ने नेकां-कांग्रेस के जीत का किया दावा, कहा- इस बार लोगों का मूड जबरदस्त