'जम्मू-कश्मीर में खत्म नहीं हुआ आतंकवाद, दोनों देशों को...' फारूक अब्दुल्ला ने फिर की भारत-पाक बातचीत की वकालत
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान की बातचीत की वकालत की है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक दोनों देशों के बीच स्थायी समाधान खोजने के लिए बातचीत नहीं होती तब तक मुठभेड़ होती रहेंगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह कहना पूरी तरह से गलत होगा कि जम्मू-कश्मीर में उग्रवाद खत्म हो गया है।
श्रीनगर, पीटीआई। Farooq Abdullah On Kashmir Terrorism नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद तब तक खत्म नहीं होगा जब तक कि भारत और पाकिस्तान सभी संघर्षों का स्थायी समाधान खोजने के लिए बातचीत नहीं करते। उन्होंने कहा कि घाटी में एनकाउंटर भी होते रहेंगे। यह कहना गलत होगा कि उग्रवाद खत्म हो गया है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा ये घटनाएं तब तक होती रहेंगी जब तक दोनों देश समाधान निकालने के लिए बातचीत की मेज पर नहीं आते। नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष ने अमेरिका से सेब, अखरोट और बादाम के आयात पर अतिरिक्त शुल्क हटाने पर भी प्रतिक्रिया दी।
'जिन किसानों ने बहुत पैसा खर्च किया है...'
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसी चिंताएं हैं कि इस कदम से स्थानीय उपज की कीमतों में गिरावट आ सकती है। उन्होंने कहा, "हमें चिंता है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में हमारा फल उद्योग प्रभावित होगा। जिन किसानों ने बहुत पैसा खर्च किया है, वे चिंतित हैं कि स्थानीय उपज की कीमतें गिर जाएंगी और उन्हें नुकसान होगा।"
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'मैं सरकार से अनुरोध करता हूं...'
उन्होंने कहा, "मैं सरकार से इस मुद्दे पर ध्यान देने का अनुरोध करता हूं ताकि किसानों को नुकसान न हो। अगर उन्हें नुकसान होता है, तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा।"
पूर्व मुख्यमंत्री ने विपक्षी आईएनडीआईए ब्लॉक (I.N.D.I.A) की समन्वय समिति की बैठक के एजेंडे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बता दें कि यह बैठक बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली है। उन्होंने कहा, "नेशनल कॉन्फ्रेंस की ओर से उमर अब्दुल्ला बैठक में शामिल होने गए हैं। बैठक के बाद क्या तय हुआ, इसके बारे में आपको बताया जाएगा."