15 से सीधा 42 सीटों तक का सफर.... जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत के 5 बड़े कारण
जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस की गठबंधन सरकार बन रही है। अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहली बार हुए विधानसभा चुनाव के मंगलवार को आए परिणाम सभी को चौंकाने वाले रहे। नेकां-कांग्रेस व माकपा गठबंधन को 49 सीटें मिलीं। नेकां 42 सीट लेकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और कांग्रेस की झोली में मात्र छह सीट आईं।
जेएनएन, श्रीनगर। Jammu Kashmir Election Result 2024: जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और कांग्रेस की गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहली बार हुए विधानसभा चुनाव के मंगलवार को आए परिणाम सभी को चौंकाने वाले रहे। नेकां-कांग्रेस व माकपा गठबंधन को 49 सीटें मिलीं।
नेकां 42 सीट लेकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी और कांग्रेस की झोली में मात्र छह सीट आईं। आइए, इसी क्रम में जानते हैं कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के कौन से वो फैक्टर रहे, जिनके जरिए पार्टी एक मजबूत दल के रूप में उभर कर सामने आई।
जम्मू-कश्मीर में NC की जीत के कारण
- 370 और अन्य भावनात्मक मुद्दों पर कश्मीर की भावनाओं को उठाकर नेकां मजबूत हो गई
- पीडीपी का कमजोर होना भी नेकां के फायदे में रहा
- प्रतिबंधित जमात समर्थक उम्मीदवारों के निर्दलीय मैदान में आने का नुकसान पीडीपी को झेलना पड़ा
- इंजीनियर रशीद बड़ा फैक्टर नहीं बन पाए और यह साबित हो गया कि लोकसभा चुनाव में उनकी जीत केवल तात्कालिक माहौल के कारण ही थी।
- पहाड़ी और गुज्जर वोट को साधने की भाजपा की रणनीति सिरे नहीं चढ़ी और राजौरी-पुंछ की आठ सीटों में से भाजपा के खाते में केवल एक सीट आई।
सबसे कम वोट के अंतर से जीते प्रत्याशी
- रफीक अहमद नाइक (पीडीपी)- त्राल : 460 वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया
- शगुन परिहार (भाजपा)-किश्तवाड़ : 521 मतों के अंतर से नेकां प्रत्याशी सज्जाद अहमद किचलू को हराया
- सज्जाद गनी लोन (पीपुल्स कॉन्फ्रेंस) हंदवाड़ा : 662 वोटों के अंतर से नेकां प्रत्याशी मोहम्मद रमजान से जीते
- पीरजादा फिरोज अहमद (नेकां) देवसर : 840 वोटों के अंतर से पीडपी प्रत्याशी को हराया
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