Kargil में जल्द पहुंचेंगी 25 महिला बाइकर्स, युद्ध नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए 1000 किमी दूरी की तय
Kargil Vijay Diwas 2023 कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ मनाने दिल्ली से 25 महिलाएं बाइक पर सवार होकर निकली हैं। जो कि अब अपनी यात्रा के अंतिम चरण में है। महिलाएं सोमवार को श्रीनगर से द्रास की ओर निकलेंगी और 26 जुलाई को कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देंगी।। इस रैली में जिसमें 15 सेवारत अधिकारी आठ सेवारत अधिकारियों की पत्नियां और दो वीर नारियां शामिल है।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Mon, 24 Jul 2023 06:11 PM (IST)
श्रीनगर, पीटीआई। कारगिल विजय दिवस की 24 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए 25 महिला बाइकर्स का एक समूह सोमवार को श्रीनगर से द्रास तक "नारी सशक्तिकरण" रैली के अंतिम चरण में रवाना हुआ।
1000 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी
सात दिनों में दिल्ली से द्रास तक 1,000 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए, 25 महिलाएं, जिसमें 15 सेवारत अधिकारी, आठ सेवारत अधिकारियों की पत्नियां और दो वीर नारियां शामिल है। ये सभी 26 जुलाई को कारगिल युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देंगी।
18 जुलाई को दिल्ली के युद्ध स्मारक से की थी शुरुआत
सवारों में से एक भावना अधिकारी ने यात्रा के अंतिम चरण के लिए रवाना होने से पहले बताया कि ये ग्रुप 25 महिला सवारों का एक बहुत ही अलग समूह है। इसमें सेवारत अधिकारी, वीर नारी और सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों की पत्नियां शामिल हैं। इस रैली का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है। भावना ने बताया कि हमने 18 जुलाई को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक दिल्ली से शुरुआत की।26 जुलाई को विजय दिवस समारोह में लेंगी भाग
उन्होंने कहा कि हमने यहां आते समय स्कूलों और एनसीसी कैडेटों को महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया है। हमने रास्ते में पड़ने वाले युद्ध स्मारकों पर अपने सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। यह हमारी यात्रा का अंतिम चरण है। उन्होंने कहा कि हम अब कारगिल के द्रास पहुंचेंगे और 26 जुलाई को विजय दिवस के समारोह में भाग लेंगे।
कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ पर आयोजित की गई रैली
एक अन्य सवार दीपाली ने कहा कि रैली कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित की गई थी। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली से शुरुआत की है और कारगिल तक 1,000 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। हम अंबाला, जालंधर, उधमपुर में रुके थे और अब हम श्रीनगर पहुंच गए हैं।महिला सशक्तिकरण का दिया संकेत
उन्होंने कहा कि इस रैली का उद्देश्य महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है कि महिलाएं आ गईं हैं। वे हर जगह हैं, चाहे वह सेना, वायु सेना या नौसेना में हों।
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