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Militancy in Kashmir: आतंकियों को सरेंडर कराने वाली सेना की चार यूनिट सम्मानित

Militancy in Kashmir सेना ने अपनी इसी रणनीति के तहत पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शोएब अहमद भट्ट का मुठभेड़ के दौरान आत्मसमर्पण करवाया था। वह शोपियां में उस हमले में शामिल था जिसमें टेरिटोरियल आर्मी का जवान मारा गया था।

By Edited By: Updated: Sat, 16 Jan 2021 08:01 AM (IST)
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आत्मसमर्पण कराने के लिए विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल रश्मि बाली ने इस मुहिम की कमान स्वयं संभाली है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: भारतीय सेना ने कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान भी आतंकियों को मुख्यधारा में लौटने का मौका देती है। इसके लिए उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा जाता है। आतंकियों को हथियार डालने के लिए समझा लेने वाली सेना की राष्ट्रीय राइफल्स की चार यूनिटों को शुक्रवार को चीफ आफ आर्मी स्टाफ प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।

सेना ने मुठभेड़ के दौरान पिछले छह महीनों में 17 आतंकियों को मुख्यधारा में वापस लाया है। इस उपलब्धि पर सेना दिवस पर थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने 50 आरआर, 44 आरआर, 42 आरआर और 34 आरआर को चीफ आफ आर्मी स्टाफ प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया है। ये यूनिट सेना की कुमायूं, राजपूत, असम व जाट रेजीमेंट से बनाई गई हैं।

आतंकियों को आत्मसमर्पण कराने के लिए विक्टर फोर्स के जीओसी मेजर जनरल रश्मि बाली ने इस मुहिम की कमान स्वयं संभाली है। सेना की इस मुहिम के कुछ वीडियो शुक्रवार को दिल्ली में जारी किए गए हैं। इनमें आत्मसमर्पण के बाद आतंकियों को अपने पिता के गले लगकर रोते हुए दिख रहे हैं। उन्हें भूल का पछतावा हो रहा है। सेना ने अपनी इसी रणनीति के तहत पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी शोएब अहमद भट्ट का मुठभेड़ के दौरान आत्मसमर्पण करवाया था। वह शोपियां में उस हमले में शामिल था जिसमें टेरिटोरियल आर्मी का जवान मारा गया था।

जम्मू से लद्दाख सेना दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि

जम्मू कश्मीर व लद्दाख की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली सेना की उत्तरी कमान ने शुक्रवार को 73वें सेना दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उत्तरी कमान मुख्यालय ऊधमपुर के ध्रुव वार मेमोरियल में सुबह सेना की उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित किए। सेना की 14, 15 व 16 कोर मुख्यालयों में भी कार्यक्रम हुए। इस समय उत्तरी कमान के वीर सैनिक कड़ाके की ठंड में पाकिस्तान, चीन जैसे देशों के सामने सीने ताने खड़े हैं। पश्चिमी कमान ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

पश्चिमी कमान की टाइगर डिवीजन जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल के पीछे डेरा डाल कर दुश्मन की साजिशों को नाकाम बनाने में योगदान दे रही है। यह सैन्य डिवीजन जम्मू शहर की सुरक्षा का जिम्मा भी संभाल रही है। आर्मी कमांडर ने लांच किया शौर्य बैंड सेना की उत्तरी कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाइके जोशी ने शुक्रवार को कमान मुख्यालय ऊधमपुर में सेना के टेलेंट हंट के दौरान चुने गए शौर्य बैंड को लांच किया। आर्मी कमांडर ने सेना के टैलेंट हंट को सहयोग देने वाले मौसीकी स्टूडियो की सराहना की। कार्यक्रम को दिलशाद शब्बीर शेख व सुखविंद्र सिंह ने भी प्रोत्साहन दिया। इस समय 10 सदस्यीय बैंड श्रीनगर में 18 जनवरी को कार्यक्रम पेश करने की तैयारी में है। बैंड को सुखविंद्र सिंह के साथ श्रीनगर में स्टेज पर प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा तो टाप तीन प्रतियोगियों को उनके साथ गाने का मौका भी मिलेगा।

सेना का यह कार्यक्रम वर्ष 1971 के युद्ध की गोल्डन जुबली के उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों का हिस्सा है। ऐसा कर सेना युवाओं में छिपी प्रतिभा का उजागर कर रही है। युवाओं में टैलेंट की पहचान करने के लिए सेना ने पहले आनलाइन व उसके बाद आफलाइन टेलेंट हंट कार्यक्रम चलाया। आनलाइन करीब दो हजार प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। उनमें से चुने गए 350 को 7 से 11 जनवरी तक श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर व जम्मू के रेडिसन ब्लू होटल में बुलाया गया। उनमें से 10 शौर्य बैंड के लिए चुने गए।

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