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PoK के इस मंदिर से आया रघुनंदन के लिए पवित्र जल, आखिर क्यों चुना ब्रिटेन से भेजने का रास्ता

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए हर कोई अपनी तरह से योगदान दे रहा है। हर कोई भगवान श्रीराम के मंदिर में विराजमान को लेकर तैयारियां कर रहा है। वहीं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से भी रामलला के लिए शारदा पीठ कुंड से पवित्र जल आया है। ये जल शारदा पीठ कुंड से तनवीर अहमद और उनकी टीम ने जल एकत्र किया है।

By Agency Edited By: Deepak SaxenaUpdated: Sat, 20 Jan 2024 09:28 PM (IST)
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PoK के शारदा मंदिर से आया रघुनंदन के लिए पवित्र जल
पीटीआई, श्रीनगर। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) स्थित शारदा पीठ कुंड से एक मुस्लिम व्यक्ति पवित्र जल (Holy Water) को भेज रहा है। इसे जनवरी में अयोध्या में रामलला (Ram mandir in Ayodhya) के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में इस्तेमाल करने के लिए ब्रिटेन के माध्यम से भारत भेजा है।

सेव शारदा कमेटी कश्मीर (एसएससीके) के संस्थापक रविंदर पंडिता ने कहा कि 2019 पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद बालाकोट हवाई हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। इस कारण पवित्र जल को घुमावदार मार्ग से लाना पड़ा।

तनवीर अहमद और उनकी टीम द्वारा किया एकत्र

उन्होंने कहा कि शारदा पीठ पीओके में शारदा कुंड का पवित्र जल तनवीर अहमद और उनकी टीम द्वारा एकत्र किया गया था। एलओसी (नियंत्रण रेखा) के पार हमारे नागरिक समाज के सदस्य इसे इस्लामाबाद ले गए, जहां से इसे यूके में उनकी बेटी मगरिबी को भेजा गया। पंडिता ने कहा कि मगरिबी ने इसे कश्मीरी पंडित कार्यकर्ता सोनल शेर को सौंप दिया, जो अगस्त 2023 में भारत के अहमदाबाद आए थे। वहां से यह दिल्ली में मेरे पास पहुंचा।

इस कारण ब्रिटेन के जरिए भेजा गया जल

उन्होंने कहा कि पवित्र जल को यूरोप और वापस उपमहाद्वीप की यात्रा करनी पड़ी। यह सब इसलिए हुआ क्योंकि बालाकोट ऑपरेशन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच डाक सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित हैं। शारदा सर्वज्ञ पीठ 1948 से दुर्गम है और एसएससीके ने पीओके में नियंत्रण रेखा के पार एक नागरिक समाज का गठन किया है।

शारदा मंदिर में जलाए जाएंगे दीये

पंडिता ने कहा कि उन्होंने हमें मिट्टी, शिलाएं और अब कुंड से पानी भेजा। यह गर्व की बात है कि इसका उपयोग 22 जनवरी, 2024 को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में किया जा रहा है। जून में शारदा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह दूसरा बड़ा आयोजन है। एसएससीके सदस्य मंजूनाथ शर्मा ने पवित्र जल विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) नेताओं को सौंपा, जिन्होंने इसे शनिवार को अयोध्या में वरिष्ठ पदाधिकारी कोटेश्वर राव को सौंपा। साथ ही उन्होंने कहा कि एसएससीके सदस्य 22 जनवरी को कुपवाड़ा जिले के टीटवाल में नियंत्रण रेखा के पास शारदा मंदिर में प्रतिष्ठा समारोह का जश्न मनाने के लिए दीये जलाएंगे।

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