Jammu Kashmir News: 'पीडीपी के साथ की होती बात तो छोड़ देते कश्मीर की सीटें...', नेकां पर जमकर बरसें रहमान परा
जम्मू कश्मीर में राजनीतिक दलों की खींचतान और बढ़ गई है। पीडीपी नेता रहमान परा ने नेकां पर निशाना साधा है। उन्होंंने कहा कि हम तो एकता बनाए रखने के पक्षधर हैं। अगर पीएजीडी के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हमारी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से बात की होती तो हम कश्मीर की तीन क्या पूरे प्रदेश की पांच और लद्दाख की एक सीट पर भी अपना दावा छोड़ देते।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में सीटों के तालमेल पर नेशनल कान्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच जारी खींचतान और तेज हो गई है। पीडीपी की युवा इकाई के प्रधान वहीद उर रहमान परा ने वीरवार को नेकां को यह गलतफहमी हो चुकी है कि वह कश्मीर की ठेकेदार है।
नेकां ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई को कश्मीरियों को आपस में लड़ाने का प्रयास करते हुए भाजपा को लाभ पहुंचाया है। कश्मीरियों का सही प्रतिनिधित्व सिर्फ महबूबा मुफ्ती कर सकती हैं, नेकां नहीं। पीडीपी नेता के बयान पर नेकां के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि भाजपा को कश्मीर में लाने वाले उपदेश न दें। वहीद परा ने जो कहा है, वह उनकी हताशा है।
अनंतनाग-राजौरी सीट पर भी नेकां ही लड़ेगी चुनाव
उल्लेखनीय है कि आइएनडीआइ एलांयस और पीएजीडी में पीडीपी का साथ होने के बावजूद नेकां उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमत्री उमर अब्दुल्ला ने साफ कर दिया है कि कश्मीर प्रांत की दोनों सीटों को साथ साथ अनंतनाग-राजौरी सीट पर भी नेकां ही चुनाव लड़ेगी।उन्होंने कहा कि पीडीपी के लिए वह यह सीटें नहीं छोड़ेंगे,क्योंकि पीडीपी का कोई जनाधार नहीं है और वह तीसरे नंबर की पार्टी है। पिछले संसदीय चुनाव में नेकां ने ही यह तीन सीटें जीती थी। अलबत्ता, नेकां ने अभी तक इन तीनों सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की अधिकारिक घोषणा नहीं की है।पीडीपी-नेकां के बीच जारी गतिरोध को दूर करने के लिए कांग्रेस के अलावा पीएजीडी के अन्य घटक लगातार प्रयास कर रहे हैं।
पीडीपी ने नेकां को सुनाई खरी-खरी
पीडीपी की युवा इकाई के प्रधान वहीद उर रहमान परा, जिन्हें नेकां के साथ समझौता न होने की स्थिति में पुलवामा-श्रीनगर-गांदरबल सीट से पीडीपी द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है, ने आज पत्रकारों से बातचीत में नेकां को जमकर खरी-खरी सुनाई।यह भी पढ़ें: BSP Candidates List: जम्मू-कश्मीर की इन सीटों पर बसपा ने उतारे उम्मीदवार, जानिए किसे कहां से मिले टिकट?
उन्होंने कहा कि हम तो एकता बनाए रखने के पक्षधर हैं। अगर पीएजीडी के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने हमारी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से बात की होती तो हम कश्मीर की तीन क्या पूरे प्रदेश की पांच और लद्दाख की एक सीट पर भी अपना दावा छोड़ देते। हमारा एक ही मकसद है कि कश्मीर और कश्मीरियों के हितों का संरक्षण हो। इसके लिए हमने हमेशा प्रयास किया है।
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