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Jammu Kashmir News: 'उमर अब्दुल्ला तय नहीं करेगा कि कौन...', पूर्व सीएम पर आखिर क्यों भड़के कॉन्फ्रेंस के नेता अंसारी

पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के महासचिव मौलवी इमरान रजा अंसारी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि जन्नत में कौन जाएगा और कौन नहीं यह सिर्फ अल्लाह तय करेगा उमर अब्दुल्ला नहीं। पूर्व सीएम को सलाह देते हुए कहा कि बेहतर है वह मजहब को राजनीति में न लाएं। पढ़ें पूरी खबर।

By naveen sharma Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Thu, 28 Mar 2024 07:46 PM (IST)
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Srinagar News: अंसारी की उमर को सलाह बेहतर है धर्म को राजनीति से दूर रखें। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। अपने भाषणों में अक्सर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ( People's Conference)  को कश्मीर में कभी भाजपा की ए तो कभी बी टीम बताने वाले उमर अब्दुल्ला पर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के महासचिव मौलवी इमरान रजा अंसारी (Imran Raza Ansari) ने गुरुवार को पलटवार करते हुए कहा कि बेहतर है वह मजहब को राजनीति में न लाएं।

पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में रह चुके मंत्री

जन्नत में कौन जाएगा और कौन नहीं, यह सिर्फ अल्लाह तय करेगा। जम्मू-कश्मीर में सत्तासीन रही पीडीपी-भाजपा गठबंधन (PDP-BJP Alliance) सरकार में मंत्री रह चुके इमरान रजा अंसारी घाटी में शिया समुदाय के एक बड़े वर्ग के धर्मगुरू भी हैं।

उमर अब्दुल्ला ( Omar Abdullah) ने गत बुधवार को जिला बडगाम में एक चुनावी रैली (Lok Sabha Election 2024) के दौरान कहा था कि यहां कश्मीर में भाजपा की ए और बी टीम बेशक चुनाव का प्रमाणपत्र प्राप्त कर लें, लेकिन इन्हें जन्नत का टिकट नहीं मिलेगा।

उमर अब्दुल्ला के जन्नत संबंधी बयान पर जताई कड़ी आपत्ति 

मौलवी इमरान रजा अंसारी ने उमर अब्दुल्ला के जन्नत संबंधी बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर मैं राजनीतिक बयानबाजी मे आरोप-प्रत्याेरोप के फेर में नहीं पड़ता। लेकिन उमर अब्दुल्ला के बयान से मुझे सख्त एतराज है,क्योंकि यह सीधा हमारे धर्म से जुढ़ा है। मैं इस्लाम को मानता हूं इसलिए मुझे हस्ताक्षेप करना पड़ रहा है।

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धर्म का मजाक मत बनाइए-इमरान रजा अंसारी

पूर्व मंत्री मौलवी इमरान रजा अंसारी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला ने जो कहा, उसे सुनने के बाद मैं उन्हें एक बात याद दिलाना चाहता हूं कि हमारी आस्था,हमारे धर्म की मूल भावना के मुताबिक, सिर्फ अल्लाह ही तय करता है कि कौन जन्नत में जाएगा और कौन नहीं। धर्म का मजाक मत बनाइए।

उमर अब्दुल्ला तय नहीं करेगा कि कौन जन्नत में जाएगा और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि मैं उमर अब्दुल्ला को एक सलाह दूंगा कि वह धार्मिक मामलों को लेकर टिप्पणियां न किया करें,क्योंकि मिथकों और धोखे के दिन खत्म हो गए हैं।

मैं उन्हें सावधान करता हूं कि अस्तगफिरुल्लाह - ''ला-इला-हा इल ललाह शेख मोहम्मद अब्दुल्ला'' का दौर खत्म हो गया है। वह दिन बीत गए जब लोगों में यह मिथक फैलाया जाता था कि चिनार के पत्तों पर शेख अब्दुल्ला (Sheikh Abdullah) के नाम लिखा है। इस तरह के मिथक और धोखा अब संभव नहीं है।

उमर अब्दुल्ला को अपने गिरेबां में देखना चाहिए-अंसारी

उन्होंने उमर अब्दुल्ला की आलोचना करते हुए कहा कि उमर अब्दुल्ला सौभाग्यशाली हैंं कि उनके राजनीतिक विरोधी कभी भी उनकी धार्मिक आस्था को लेकर उनसे प्रश्न नहीं करते। उमर अब्दुल्ला को अपने गिरेबां में देखना चाहिए।

अगर किसी ने प्रश्न किया तो स्थिति काफी मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर मुझसे पूछा जाए तो बहुत से मामलों पर उमर अब्दुल्ला के आचार-विचार-व्यहार उन्हें इस्लाम से खारिज करता है। लेकिन हमने कभी उनकी निजि जिंदगी पर सवाल नहीं उठाए हैं।

मौलवी इमरान रजा अंसारी ने उमर अब्दुल्ला को अपने राजनीतिक भाषणों में धर्म का जिक्र करने से परहेज की सलाह देते हुए कहा कि आप एक सामंत की तरह व्यवहार करना बंद कर दीजिए। आप इस भ्रम से बाहर निकलें कि महाराजा के बाद आपके परिवार के पास ही यहां हुकूमत की जिम्मेदारी है।

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