गांदरबल के रण में 'फ्रीडम चाचा' की एंट्री! उमर अब्दुल्ला को टक्कर देगा जेल में बंद जमात-ए-इस्लामी का नेता बरकती
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir Election 2024) की प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के नेता सरजन बरकती उर्फ आजादी चाचा ने शोपियां से नामांकन रद्द होने के बावजूद चुनाव लड़ने का फैसला किया है। अब वह गांदरबल से नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को चुनौती देंगे। गांदरबल में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के प्रति सहानुभूति रखने वाला मतदाता बरकती के पक्ष में जा सकता है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में गांदरबल सीट पर मुकाबला काफी रोचक होने वाला है। प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के जेल में बंद नेता सरजन अहमद वागे उर्फ सरजन बरकती उर्फ आजादी चाचा ने शोपियां जिले में अपना नामांकन रद होने के बावजूद चुनाव लड़ने का अपना इरादा नहीं बदला है।
अब वह गांदरबल में नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को चुनौती देते हुए अपना नामांकन पत्र जमा कराएगा।
दक्षिण कश्मीर में जिला शोपियां के रहने वाले सरजन अहमद बरकती ने पहले जेनपोरा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन कराया था।
जेनपोरा में पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होना है जबकि गांदरबल में दूसरे चरण में 25 सितंबर को मतदान होगा। दूसरे चरण के लिए नामांकन जमा कराने की समय सीमा पांच अगस्त गुरूवार को समाप्त हो जाएगी।
टेरर फंडिंग में शामिल होने का आरोप
वर्ष 2016 में दक्षिण कश्मीर में राष्ट्रविरोधी हिंसक प्रदर्शनों में अहम भूमिका निभाने वाला सरजन बरकती कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी का भी करीबी था। वह दक्षिण कश्मीर में स्थानीय युवाओं को आतंकी हिंसा में धकेलने का काम करते हुए उन्हें भारत की एकता अखंडता के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह के लिए उकसाता था।उस पर टेरर फंडिंग में भी शामिल होने का आरोप है। जेनपोरा विधानसभा क्षेत्र के लिए उसके नामांकन पत्र के साथ उसका शपथ पत्र नहीं था।इसके आधार पर उसका नामांकन पत्र रद हो गया था।ये भी पढ़ें: Jammu Kashmir Election 2024: उमर अब्दुल्ला के लिए आसान नहीं गांदरबल का रण, पहले भी दो बार हार चुके हैं चुनाव
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