J&K Election 2024: पहले चरण में करीब 60.21 प्रतिशत मतदान, मतदाताओं ने तोड़े पुराने रिकॉर्ड
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कश्मीर संभाग के शोपियां और पुलवामा जिलों में पिछले सात चुनावों का रिकॉर्ड टूट गया। शोपियां में 53.54% और पुलवामा में 46.03% मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग के पोले ने मतदान प्रतिशत को उत्साहजनक बताया। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ में सबसे अधिक 77.23% मतदान हुआ। चुनाव आयोग के प्रयासों से मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं में भारी उत्साह के बीच करीब 60.21 प्रतिशत मतदान हुआ। कश्मीर संभाग के शोपियां व पुलवामा जिलों में 2008 से प्रदेश में हुए चुनावों में मतदान के सभी पुराने रिकार्ड टूट गए।
जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग के पोले ने पहले चरण के मतदान प्रतिशत को उत्साहजनक करार देते हुए बताया कि शोपियां में 53.54 प्रतिशत व पुलवामा जिले में 46.03 प्रतिशत मतदान के साथ वर्ष 2008 से हुए 4 लोकसभा व तीन विधानसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत का रिकार्ड टूटा है।
उन्होंने बताया कि देर शाम तक मतदान केंद्रों से आए आंकड़ों के अनुसार पहले चरण में करीब 59 प्रतिशत मतदान हुआ है। लेकिन दूरदराज के कुछ मतदान केंद्रों में मतदान की पूरी जानकारी नही मिल पाई है। ऐसे में मतदान में एक प्रतिशत वृद्धि हो सकती है।
मुख्य निवार्चन अधिकारी ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के 7 जिलों में चुनाव हुआ। इनमें से 4 कश्मीर संभाग व 3 जम्मू संभाग के हैं। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले में सबसे अधिक 77.23 प्रतिशत मतदान हुआ तो कश्मीर के पुलवामा जिले में सबसे कम 46.03 प्रतिशत मतदान हुआ।
जम्मू संभाग के डोडा में 69.33 प्रतिशत व रामबन जिले में 67.71 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं कश्मीर संभाग के अनंतनाग में 54.17, कुलगाम में 61.57 व शाेपियां में 53.64 प्रतिशत मतदान हुआ है। वह बुधवार शाम को जम्मू के निर्वाचन भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उनके साथ चुनाव विभाग के अन्य कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कुल मिलाकर मतदान शांतिपूर्ण रहा। कभी भी फिर से मतदान करवाने की जरूरत नही है। वहीं किश्तवाड़ से भाजपा उम्मीदवार शगुन परिहार द्वारा विरोधी दलों के नेताओं पर उनसे अभद्र व्यवहार करने के आरोप पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि संबधित जिलाधीश द्वारा इस मामलों को सुलझा लिया गया है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा किए प्रयासों के कारण मतदान प्रतिशत में वृद्धि आई है। उन्होंने बताया कि सभी जिलों में हुआ मतदान कुछ समय पहले हुए लोकसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत से ज्यादा रहा है।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में 7 जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए 3276 मतदान केंद्र बनाए गए थे। सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। चुनाव की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए 32 केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने मतदान पर नजर रखी। कश्मीर पंडित मतदाताओं के लिए 20 विशेष मतदान केंद्र बनाए गए थे। इनमें से जम्मू में 19, उधमपुर में 1 व दिल्ली में 4 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पहले चरण में मतदान प्रतिशत में वृद्धि के लिए जम्मू कश्मीर में हालात में आई बेहतरी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में दूसरे व तीसरे चरण के चुनाव में इससे अधिक मतदान प्रतिशत होना तय है। पहले चरण में कई ऐसे इलाके में यहां पर मतदान कम होता है। वहीं दूसरे, तीसरे चरण के चुनाव वाले इलाकों में अधिक वोटिंग होती है।