Jammu News: जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह हुए रिटायर, जाते-जाते दे गई बड़ी चेतावनी
विदाई समारोह में अपने संबोधन में दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकवाद और अलगाववाद के फन को कुचलने में हम किसी हद तक कामयाब रहे हैं। आतंकियों का पारिस्थितिक ढांचा लगभग नष्ट हो चुका है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हमें मौजूदा शांति और सुरक्षा एवं विश्वास के वातावरण को पूरी तरह स्थायी बनाना है।
By Jagran NewsEdited By: Jeet KumarUpdated: Wed, 01 Nov 2023 05:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में आज बेशक पहले से कहीं ज्यादा शांत और सुरक्षा का वातावरण है, लेकिन आतंकी खतरा समाप्त नहीं हुआ है, जम्मू कश्मीर में हालात बिगाड़ने और खूनी खेल का षड्यंत्र अभी जारी है। यह चेतावनी जम्मू कश्मीर पुलिस के निवर्तमान पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने अपने विदाई समारोह में अपने संबोधन में दी। उन्होंने कहा कि हमें पूरी सावधानी और सक्रियता के साथ बहाल होती शांति की प्रक्रिया को सुरक्षा व मजबूती प्रदान करनी है।
अलगाववाद के फन को कुचलने में कामयाब- दिलबाग
जम्मू कश्मीर पुलिस में अपने 37 वर्ष के सेवाकाल के बाद आज सेवानिवृत्त हुए दिलबाग सिंह ने कहा कि आतंकवाद और अलगाववाद के फन को कुचलने में हम किसी हद तक कामयाब रहे हैं। आतंकियों का पारिस्थितिक ढांचा लगभग नष्ट हो चुका है। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हमें मौजूदा शांति और सुरक्षा एवं विश्वास के वातावरण को पूरी तरह स्थायी बनाना है। इसलिए हमें पूरी तरह सतर्क और एकजुट रहकर अपने मिशन को आगे बढ़ाना है।
जम्मू कश्मीर पुलिस के गाड आफ आनर का निरीक्षण करने और परेड की सलामी लेने के बाद अपने संबोधन में निवर्तमान पुलिस महानिदेशक ने कहा कि यहां मेरे से भी कई काबिल अधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद मुझे पुलिस महानिदेशक की जब जिम्मेदारी दी गई तो मैं बहुत हैरान था।
दिलबाग सिंह ने आतंक कही बड़ी बात
आगे कहा कि मैंने ईश्वर का आभार जताया कि मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली है और इसे सफलतापूर्वक निभाने का प्रयास किया। मुझे यह कहने में केाई हिचक नहीं कि प्रत्येक पुलिस अधिकारी और कर्मी ने जम्मू कश्मीर से आतंक के सफाए के मिशन मे पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस दुनिया की एकमाच्त्र ऐसी पुलिस है जो एक साथ कई मोर्चें पर लड़ रही हैं। जम्मू कश्मीर पुलिस ने हर मोर्चे पर अपनी पेशेवर योग्यता और उत्कृष्टता को साबित किया है।
उन्होंने आतंकी हिंसा का जिक्र करते हुए कि बतौर पुलिस महानिदेशक मेरे कार्यकाल में ही रियाज नाइकू के आतंक, जाकिर मूसा के भूत और गिलानी के कट्टरवाद और अलगाववाद का अंत हुआ है। अगर इस दौरान जम्मू कश्मीर पुलिस ने जरा सी लापरवाही बरती होती तो आज यहां परिस्थितियां भिन्न होती। हमने आतंक और अलगाववाद के फन को पूरे पेशेवर तरीके से कुचला है।
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