Jammu-Kashmir: बनिहाल से भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए उमर अब्दुल्ला, सफेद टीशर्ट में आए नजर
बनिहाल में चल रही भारत जोड़ो यात्रा में उमर अबदुल्ला शामिल हुए। यात्रा के दौरान उन्होंने कहा कि वह यात्रा में इसलिए शामिल हुए क्योंकि उन्हें देश की छवि की ज्यादा चिंता थी। उमर ने कहा कि सरकार चाहती है कि जम्मू-कश्मीर के लोग चुनाव के लिए भीख मांगें।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Fri, 27 Jan 2023 11:10 AM (IST)
बनिहाल। जम्मू कश्मीर, पीटीआई: नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा कांग्रेस नेता की छवि सुधारने के लिए नहीं, बल्कि स्थिति बदलने के लिए निकाला जा रहा है। और देश का माहौल भी सुधारने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने पर कांग्रेस के रुख में नहीं पड़ना चाहते हैं।
Bharat Jodo Yatra: जम्मू कश्मीर के रामबन जिले से फिर शुरू हुई यात्रा, जयराम रमेश ने कहा लोग हैं काफी उत्साहितनेशनल कांफ्रेंस के नेता ने श्रीनगर से 120 किलोमीटर दूर इस राजमार्ग शहर में अपने आगमन पर संवाददाताओं से कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य राहुल गांधी की छवि को सुधारना नहीं है, बल्कि देश में स्थिति में सुधार करना है। अब्दुल्ला ने कहा कि वह यात्रा में इसलिए शामिल हुए क्योंकि उन्हें देश की छवि की ज्यादा चिंता थी। उन्होंने आगे कहा कि हम किसी व्यक्ति की छवि के लिए नहीं बल्कि देश की छवि के लिए इसमें शामिल हुए हैं।
एनसी नेता ने आगे कहा कि गांधी ने व्यक्तिगत कारणों से यात्रा शुरू नहीं की है बल्कि देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के प्रयासों पर पांबदी लगाने के लिए की है। उन्होंने कहा कि यह सरकार भले ही अरब देशों से दोस्ती कर रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि इस सरकार में देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय का कोई प्रतिनिधि नहीं है। आजादी के बाद यह पहली बार हो सकता है कि सत्तारूढ़ दल के पास मुस्लिम समुदाय से संसद का एक भी सदस्य नहीं है - न तो लोकसभा में और न ही राज्यसभा में। यह उनके रवैये को दर्शाता है।
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अनुच्छेद 370 को निरस्त करने पर कांग्रेस के रुख पर बोलते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि हम अदालत में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए केस लड़ेंगे। जिस तरह से सरकार याचिका की सुनवाई पर अपने पैर खींच रही है, वह बताती है कि हमारा मामला बहुत मजबूत है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव पर उन्होंने कहा कि आठ साल हो गए हैं।
पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था। जम्मू-कश्मीर में दो चुनावों के बीच यह सबसे लंबी अवधि रही है। उग्रवाद के चरम पर भी ऐसा नहीं था। उमर ने कहा कि सरकार चाहती है कि जम्मू-कश्मीर के लोग चुनाव के लिए भीख मांगें। उन्होंने कहा, "हम भिखारी नहीं हैं और हम इसके लिए भीख नहीं मांगेंगे।
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