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कभी पथराव तो कभी गोलियों की तड़तड़ाहट... जहां हिजबुल कमांडर का था ठिकाना, वहां आज लोकतंत्र को मिल रही मजबूती

Jammu Kashmir Assembly Election 2024 कश्मीर में जिस तरह से मतदान हुआ है। उससे अंदेशा लगाया जा सकता है कि लोकतंत्र के पर्व को लेकर जनता खासा उत्साहित है। कभी गोलियों की तड़तड़ाहट और पथराव की घटनाओं से अराजक स्थिति में रहा नवाकदल अब बदल रहा है। हब्बाकदल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नवाकदल के लोगों ने अपना अनुभव साझा किया है।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 21 Sep 2024 09:21 AM (IST)
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कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर इन दिनों खासा उत्साह देखने को मिल रहा है
नवीन नवाज, श्रीनगर। झेलम नदी के किनारे स्थित नवाकदल में शुक्रवार को माहौल पूरी तरह बदला था। कभी यहां हर शुक्रवार को तनाव होता था और दोपहर बाद पथराव की घटनाएं सामान्य थीं, लेकिन आज ऐसा कुछ नहीं।

चार वर्ष पहले की ही बात है- कॉलेज के सामने स्थित पार्क के पास पूरे इलाके में गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज और आजादी के नारे गूंज रहे थे। आज भी नारे गूंजे, लेकिन लोकतंत्र को बचाने के लिए, अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए।

स्थानीय लोगों ने बयां की कहानी

हब्बाकदल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के इस हिस्से नवाकदल में कभी हिंदोस्तान का नाम लेना तो दूर जिक्र करना भी गुनाह माना जाता था। आज वहीं पर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने चुनावी रैली को संबोधित किया। अब यह क्षेत्र अपनी छवि बदलने के साथ पूरे श्रीनगर शहर में चुनावी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है।

पार्क से चंद कदम की दूरी पर खड़े जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि मैंने इस इलाके में बतौर सब इंस्पेक्टर भी ड्यूटी दी है और तब यहां हम यूं सड़क पर खड़ा होने से बचते थे। चुनावी सभा में शामिल होने जा रहे एक युवक ने पीडीपी के झंडे को दिखाते हुए कहा कि इस बार तो कलम दवात ही चलेगी।

महबूबा मुफ्ती ने 35 मिनट तक दिया भाषण

वहीं, पास खड़े एक व्यक्ति ने हंसते हुए जवाब दिया- यहां हल को सभी थामेंगे, वो शायद नेकां का समर्थक था। बात आगे बढ़ती, इससे पहले ही पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती पहुंच गई और सभा शुरू हो गई। लगभग 35 मिनट तक महबूबा ने भाषण दिया।

इरशाद अहमद नामक युवक से जब रैली के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, बाजी (महबूबा) ने ठीक कहा है। वोट डालना जरूरी है। पूछा गया, पहले कभी वोट डाला है- तो जवाब आया नहीं।

कभी पत्थर चलाया है- तो कुछ देर चुप रहने के बाद कहा हां। उसके पीछे आ रहे एक बुजुर्ग ने कहा चलो इन बच्चों को अक्ल आ रही है, यही बेहतर है। बुजुर्ग ने कहा कि हमारे इलाके में 35 साल में पहली बार सभी उम्मीदवार प्रचार के लिए आ रहे हैं। उमर और फारूक ने भी यहां भाषण दिया है।

16 उम्मीदवार मैदान में

हब्बाकदल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 16 उम्मीदवार मैदान में हैं और मुख्य मुकाबला नेकां की शमीमा फिरदौस और पीडीपी के आरिफ लायगुरू के बीच है। भाजपा के अशोक भट्ट को भी कोई कम नहीं आंक रहा है, क्योंकि इस क्षेत्र में कश्मीरी हिंदुओं का अच्छा खासा वोट बैंक है।

पार्क में होती थी आतंकियों की बैठकें

स्थानीय दुकानदार आरिफ ने कहा, अब नवाकदल में जो आप देख रहे हैं, यह किसी सपने से कम नहीं है। जिस पार्क में आज महबूबा आईं, इसमें कभी आतंकियों की खुलेआम बैठक होती थीं। उसने पार्क के साथ सटे तीन मंजिला मकान की तरफ संकेत करते हुए कहा कि यह वही मकान है, जिसमें चार वर्ष पहले हिजबुल का कमांडर जुनैद सहराई अपने साथी संग मुठभेड़ में मारा गया था।

उस समय यहां गोलियों की गूंज, आजादी के नारे और पथराव हुआ था। आज यहां कोई उसका जिक्र नहीं करता, यही तो बदलाव है। बता दें कि आतंकी संगठन जेकेएलएफ कमांडर हमीद शेख और द रजिस्टेंस फ्रंट का कमांडर मेहरान शाला भी यहीं का रहने वाला था।

श्रीगनर के हब्बाकदल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के नवाकदल में चुनावी सभा के ठीक पीछे यह वही तीन मंजिला मकान है जहां चार वर्ष पहले मुठभेड़ में हिजबुल का कमांडर जुनैद सहराई अपने साथी संग मारा गया था। यहीं पर उसने ठिकाना बना रखा था l 

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