Jammu Kashmir Election: निर्दलीय प्रत्याशियों को उतारेगी जमात-ए-इस्लामी, एक दर्जन से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 (Jammu Kashmir Vidhan Sabha Election 2024) के बीच सभी की नजर प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी पर टिकी है। तीन चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शामिल 24 सीटों के लिए मंगलवार को नामांकन जमा कराने का आखिरी मौका है। ऐसे में हर किसी को इंतजार है कि क्या जमात अपने नेताओं को निर्दलीय मैदान में उतारेगी या नहीं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के टिकट के लिए जारी उठा-पटक के बीच सभी के नजर प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी पर टिकी है। सभी को मंगलवार का इंतजार कर रहे हैं कि क्या जमात अपने नेताओं को निर्दलीय मैदान में उतारेगी या नहीं।
अभी तक जमात की तरफ से जो संकेत आए हैं उनके मुताबिक वह घाटी में एक दर्जन सीटों पर अपने नेताओं को निर्दलीय मैदान में उतारेगी। कई सीटों पर वह अन्य दलों के प्रत्याशियों या निर्दलियों का समर्थन कर सकती है। सभी नेशनल कान्फ्रेंस व पीपुल्स कान्फ्रेंस समेत विभिन्न राजनीतिक दलों ने जमात के चुनाव में भाग लेने का स्वागत किया।
मंगलवार को नामांकन जमा कराने का आखिरी मौका
बता दें कि प्रदेश में तीन चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शामिल 24 सीटों के लिए नामांकन जमा कराने की समय सीमा मंगलवार 27 अगस्त को समाप्त हो रही है। पहले चरण की 24 में से 16 सीटें दक्षिण कश्मीर के चार जिलों में अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां और पुलवामा में हैं। चारों जिलों में जमाते इस्लामी का प्रभाव उत्तरी और सेंट्रल कश्मीर की तुलना में ज्यादा है।यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir Election: NC और कांग्रेस में सीटों को लेकर बनी सहमति, पांच सीटों पर दोनों दलों में होगी फ्रेंडली फाइट
जमात के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमें उम्मीद थी कि प्रतिबंध हट जाएगा। केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के साथ हमारी बातचीत भी जारी थी। जब हमें लगा कि प्रतिबंध हटने में समय लगेगा तो हमने जस्टिस एंड डेवलपमेंट फ्रंट बनाने और उसे पंजीकृत कराने का फैसला किया। इससे पहले कि हम इसके पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करते चुनाव का एलान हो गया।
जमात के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमें उम्मीद थी कि प्रतिबंध हट जाएगा। केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के साथ हमारी बातचीत भी जारी थी। जब हमें लगा कि प्रतिबंध हटने में समय लगेगा तो हमने जस्टिस एंड डेवलपमेंट फ्रंट बनाने और उसे पंजीकृत कराने का फैसला किया। इससे पहले कि हम इसके पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करते चुनाव का एलान हो गया।
अगर सबकुछ ठीक रहता है तो पहले चरण की सात सीटों कुलगाम, देवसर, बिजबिहाड़ा, जेनपोरा, पुलवामा, राजपोरा और त्राल पर हमारे नेता निर्दलीय मैदान में नामांकन जमा करा सकते हैं। कुछ सीटों पर हम निर्दलियों को समर्थन देंगे। उत्तरी व सेंट्रल कश्मीर में पांच सीटों पर हम उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रहे हैं। गत जुलाई में जमात नेता अब्दुल हमीद गनई उर्फ हमीद फैयाज ने बताया था कि गुलाम कादिर वानी के नेतृत्व में जमात की समिति विधानसभा चुनाव में शामिल होने के मुद्दे पर केंद्र के साथ बातचीत कर रही है।
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