Jammu Kashmir Exit Polls: सरकार बनाने में निर्दलियों और PDP की अहम भूमिका, उमर अब्दुल्ला बोले- टाइम पास है एग्जिट पोल
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में कांग्रेस-नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है जबकि भाजपा बहुमत से दूर नजर आ रही है। हालांकि दोनों ही दल अपने बल पर सरकार बनाने में असमर्थ दिख रहे हैं। अगर चुनाव परिणाम भी एग्जिट पोल के अनुरूप आए तो पीडीपी और निर्दलियों की सरकार बनाने में अहम भूमिका हो सकती है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहली बार हुए विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे शनिवार शाम को सामने आ गए। अधिकतर एग्जिट पोल में भाजपा बहुमत से दूर और नेशनल कान्फेंस और कांग्रेस गठबंधन को बढ़त मिलती नजर आ रही है, लेकिन यह दोनों दल भी अपने बल पर सरकार बनाने में असमर्थ नजर आ रहे हैं। सही तस्वीर आठ अक्टूबर को मतगणना के बाद ही सामने आएगी।
अगर चुनाव परिणाम भी एग्जिट पोल के अनुरूप आए तो पीडीपी और निर्दलियों की सरकार बनाने में अहम भूमिका हो सकती है। इस बीच, कश्मीर में स्थानीय राजनीतिक विश्लेषक घाटी में जिला बांडीपोरा में भाजपा को एक सीट मिलने की संभावना जता रहे हैं। अगर यह दावा सही होता है तो कश्मीर में भाजपा की यह पहली सीट होगी।
इस बीच, नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एग्जिट पोल में अपनी पार्टी को बढ़त मिलने के बावजूद इसके दावों को खारिज करते हुए इसे टाइम पास बताया। उन्होंने कहा कि आठ अक्टूबर का नतीजा ही मायने रखता है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा कि हम अपनी जीत को लेकर आशवस्त हैं। एग्जिट पोल हमेशा सही नहीं होते, भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।
यह है सरकार बनाने की स्थिति
पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 और 35ए के निरस्तीकरण और जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों पर चुनाव हुआ। शेष 24 सीटें गुलाम जम्मू-कश्मीर के कोटे की हैं, जो खाली रखी जाती हैं।इसके अलावा उपराज्यपाल के पास पांच सदस्यों को विधानसभा में नामित करने का अधिकार है। नामित विधायकों के पास भी वोटिंग का अधिकार है। इसलिए जम्मू-कश्मीर में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 48 विधायकों का समर्थन चाहिए।
'यह जनादेश विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ'
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष तारिक हमीद करा ने कहा कि एग्जिट पोल से भी साफ हो गया है कि कांग्रेस-नेकां गठबंधन ही जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाने जा रहा है। यह चुनाव मुख्य रूप से भाजपा को सत्ता के गलियारों से दूर रखने, भूमि और नौकरी की गारंटी के साथ राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए था। लोगों का जनादेश विभाजनकारी ताकतों और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ सरकार बनाने का है।
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