Sajjad Gani Lone Nomination: पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के मुखिया ने बारामूला सीट से किया नामांकन, जानें इनका चुनावी करियर
उत्तरी कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस का मजबूत गढ़ माना जाता है। बारामूला-कुपवाड़ा सीट (Baramulla Kupwara seat 2024) पर पार्टी के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन फिर चुनावी मैदान में उतरे हैं। आज उन्होंने इस सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। इससे पहले उन्होंने पहली बार वर्ष 2008 में इसी सीट से चुनाव लड़ा था और हार गए थे। पूरे क्षेत्र में उनका पहाड़ी व गुज्जर समुदाय का भी अच्छा खासा प्रभाव है।
जागरण संवाददाता, बारामूला। (Jammu Kashmir Lok Sabha Election 2024 Hindi News) पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व समाज कल्याण मंत्री सज्जाद गनी लोन संसदीय चुनाव में बारामूला-कुपवाड़ा संसदीय सीट पर चुनाव लड़ेंगे। लोन दूसरी बार संसदीय चुनाव लड़ेंगे।
लोन ने बारामूला सीट से भरा पर्चा
सज्जाद लोन ( Sajjad Gani Lone Nomination) ने बुधवार को बारामूला सीट से अपना पर्चा भरा। उन्होंने पहली बार वर्ष 2008 में इसी सीट से चुनाव लड़ा था और वह हार गए थे। वर्ष 2014 में उन्होंने इस सीट पर अब्दुल सलाम बजाड और वर्ष 2019 में राजा एजाज अली को मैदान में उतारा था। पिछले संसदीय चुनाव में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (People's Conference News) इस सीट पर दूसरे स्थान पर रही थी।
इस बार वह खुद चुनाव लड़ रहे हैं। यह उनका बतौर उम्मीदवा दूसरा संसदीय चुनाव होगा। इसी सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) भी चुनाव लड़ रहे हैं।
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ऐसे की अपनी चुनावी करियर की शुरुआत
बता दें कि वर्ष 2007 के अंत में अलगाववादी राजनीति को पूरी तरह छोड़ मुख्यधारा की सियासत में लौटने वाले सज्जाद दूसरी बार संसदीय चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने पहली बार इसी क्षेत्र से वर्ष 2009 में चुनाव लड़ा था। वर्ष 2009 में यह सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस के शरीफुदीन शारिक ने जीती थी।पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की नीतियों से जनता अवगत-अंसारी
अंसारी ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं के आग्रह पर यह निर्णय लिया है। पीपुल्स कॉन्फ्रेंस की नीतियों से जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir News) की जनता अवगत हैं।
हमें उम्मीद है कि उत्तरी कश्मीर की जनता सज्जाद को दिल्ली में संसद के भीतर जम्मू- कश्मीर के हितों की बात करने का पूरा अवसर देगी। उन्होंने जब वर्ष 2009 मे पहली बार संसदीय चुनाव लड़ा था तो उस समय कश्मीर में अलगाववादियों का प्रभाव जबरदस्त था।यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir News: भाजपा कार्यकर्ता के वीडियो पर छिड़ा विवाद, पीडीपी ने शिकायत के बाद किया विरोध प्रदर्शन
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