Move to Jagran APP

Jammu Kashmir News: 'क्रॉस LoC बस सेवा और क्रॉस LoC व्यापार को फिर से करें बहाल', महबूबा मुफ्ती ने अमित शाह को लिखा पत्र

Jammu Kashmir News पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने क्रॉस एलओसी बस सेवा और क्रॉस व्यापार को फिर से बहाल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के लाखों रुपये फंसे हुए हैं। पुलवामा हमले के दौरान बंद इसको बंद कर दिया गया था। पीडीपी नेता ने इसे फिर से खोलने का आग्रह किया है।

By naveen sharma Edited By: Sushil Kumar Updated: Fri, 09 Aug 2024 07:34 PM (IST)
Hero Image
Jammu Kashmir News: महबूबा मुफ्ती ने अमित शाह को लिखा पत्र।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से क्रॉस एलओसी बस सेवा और क्रॉस एलओसी व्यापार को फिर से बहाल करने का आग्रह किया है। उन्होंने इस संदर्भ में गृहमंत्री को एक पत्र भी लिखा है।

क्रॉस एलओसी बस सेवा और क्रॉस एलओसी व्यापार, दोनों ही सुविधाएं सिर्फ जम्मू-कश्मीर और गुलाम जम्मू कश्मीर के नागरिकों और व्यापारियों के लिए सीमित थी।

क्रॉस एलओसी बस सेवा के जरिए जम्मू-कश्मीर और गुलाम जम्मू-कश्मीर के सिर्फ वही नागरिक जिनके रिश्तेदार एलओसी के आर-पार बसे थे, एक परमिट के आधार पर अपने रिश्तेदारों के पास आ-जा सकते थे। 14 फरवरी 2019 को पुलवामा आतंकी हमले के बाद इन दोनों सेवाओ को भारत सरकार ने बंद कर दिया था।

कई व्यापारियों का लाखों रुपये का बकाया

आज यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर क्रॉस एलओसी व्यापार बहाल करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में इस व्यापार को बंद किए जाने से जममू कश्मीर के कई व्यापारियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

कई नौजवान बेरोजगार हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जम्मू-कश्मीर के कई व्यापारियों का लाखों रुपये का बकाया गुलाम जम्मू-कश्मीर के व्यापारियों पर है।

क्रॉस एलओसी व्यापारियों की संपत्ति जब्त

उन्होंने कहा कि क्रॉस एलओसी व्यापार बंद होने से जहां संबंधित व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हुआ है, वहीं दूसरी तरफ आयकर विभाग द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें आयकर जमा करने के लिए कहा जा रहा है यह व्यापार उस समय पूरी तरह कर मुक्त था। 

लेकिन आज इस व्यापार में शामिल कारोबारियों से इसके आधार पर कर जमा कराने के लिए कहा जा रहा है और वह भी उस स्थिति में जब यह बंद पड़ा हुआ है। क्रॉस एलओसी व्यापारियों की संपत्तियों को जब्त किया जा रहा है, यह अनुचित है और इसका नकारात्मक असर होगा।

यह भी पढ़ें- 'जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव कराने के लिए हम प्रतिबद्ध', CEC राजीव कुमार बोले- 9 पार्टियों से कर चुके हैं मुलाकात

क्रॉस एलओसी बस सेवा शुरू

उन्होंने अपने पत्र में क्रॉस एलओसी बस सेवा औरक्रॉस एलओसी व्यापार शुरू किए जाने की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए बतायाक भारत सरकार और पाकिस्तान सरकार ने इस पूरे क्षेत्र में शांति और सदभावना का माहौल बनाने लिए आपसी विश्वास बहाली के उपाय के रूप में इन्हे शुरू किया था। अप्रैल 2005 में क्रॉस एलओसी बस सेवा शुरू की गई।

यह बस सेवा कश्मीर में उड़ी से गुलाम जम्मू कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद के लिए और जम्मू प्रांत में जिला पुंछ के चक्कां दा बाग से गुलाम जम्मू कश्मीर के बालाकोट तक थी। इन दोनों सेवाओं को क्रमश: कारवान ए अमन और राह ए मिलन कहा जाता है।

बार्टर ट्रेड था जो अब बंद है

वर्ष 2008 में उड़ी व पुंछ के रास्ते क्रॉस एलओसी व्यापार शुरू किया गया था। इन दोनों सुविधाओं की बहाली के लिए वर्ष तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने कई प्रभावकारी कदम उठाए थे, जिन्हें आगे चलकर यूपीए की सरकार ने आगे बढ़ाया था। क्रॉस एलओसी व्यापार में नकद कुछ भी नहीं था, यह एक बार्टर ट्रेड था जो अब बंद है।

कर वसूली की प्रक्रिया को बंद किया जाए

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मैंने गृहमंत्री से आग्रह किया है कि वह क्रॉस एलओसी व्यापारियों से कर वसूली की प्रक्रिया को बंद किया जाए। इसके अलावा उनसे क्रॉस एलओसी व्यापार और बस सेवा को फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। यह दोनों उपाय जम्मू-कश्मीर की जनता में विश्वास बहाली के लिए कारगर रहेंगे।

उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को क्रॉस एलओसी व्यापार को फिर से बहाल कराने के साथ साथ इसमें बैंकिंग प्रणाली की सुविधा और बाडी व ट्रक स्कैनर जैसे सुरक्षा उपाय भी सुनिश्चित बनाने में सहयोग करना चाहिए।

यह भी पढ़ें- Jammu News: हिरासत में युवक की मौत, संतरी-SHO पर गिरी गाज, दूसरे दिन भी शव धरना-प्रदर्शन, SSP के आश्वासन पर अंतिम संस्कार

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।