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Jammu Kashmir Oath Ceremony: उमर अब्दुल्ला सहित 9 मंत्री लेंगे शपथ, सुबह करीब साढ़े 11 बजे शुरू होगा 'राजतिलक'

Jammu Kashmir Oath Ceremony केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में पहली निर्वाचित सरकार और उमर अब्दुल्ला के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। इस बाबत शपथ समारोह को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई हैं। इस समारोह में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे राहुल गांधी व सोनिया गांधी के बुधवार को पहुंचने की उम्मीद है। वहीं इस समारोह में करीब 9 मंत्री शपथ लेंगे।

By naveen sharma Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 15 Oct 2024 10:28 PM (IST)
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उमर अब्दुल्ला सहित 9 मंत्री लेंगे मंत्रिमंडल के लिए शपथ (उमर अब्दुल्ला फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। Jammu Kashmir Oath Ceremony: केंद्र शासित जम्मू कश्मीर की पहली निर्वाचित सरकार और उमर अब्दुल्ला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव श्रीनगर पहुंच गए।

कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी व सोनिया गांधी के बुधवार को पहुंचने की उम्मीद है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले,डीएमके नेता कनिमोझी करुणानिधि, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत 50 से ज्यादा नेता, सांसद और मुख्यमंत्रियों के इस ऐतिहासिक समारोह में आमंत्रित किया गया है।

शपथग्रहण समारोह डल झील किनारे स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में बुधवार की सुबह 11.30 बजे होगा। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री के पद एवं प्रतिष्ठा की शपथ दिलाएंगे।

पीओके मिलाकर जम्मू-कश्मीर में 114 विधानसभा सीटें

केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए हैं। पांच अगस्त 2019 को पारित जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के तहत 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू कश्मीर राज्य दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में पुनर्गठित हुआ है।

केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में विधानसभा का प्रविधान है। जम्मू कश्मीर की विधानसभा में 114 सीटें हैं, जिनमें से 24 सीटें गुलाम जम्मू कश्मीर के लिए आरक्षित हैं और उन पर चुनाव नहीं होता जबकि शेष 90 सीटों पर सितंबर से लेकर पहली अक्टूबर तक तीन चरणों में मतदान कराया गया है।

पांच सीटें नामांकन कोटे से भी हैं। विस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस -कांग्रेस गठबंधन को बहुमत प्राप्त हुआ है। पांच अगस्त 2019 से पहले के जम्मू कश्मीर राज्य में अंतिम बार विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था।

सुबह साढ़े ग्यारह बजे होगा शपथ समारोह

शपथग्रहण समारोह डल झील किनारे स्थित शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में बुधवार की सुबह 11.30 बजे होगा। उमर अब्दुल्ला संग नौ मंत्री शपथ लेंगे। शपथग्रहण समारोह के लिए एसकेआइसीसी को भावपूर्ण ढंग से सजाया गया है। परिसर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

शपथग्रहण समारोह में भाग लेने आ रहे माननीयों के लिए डल झील किनारे स्थित एक हेरीटेज होटल के अलावा करालसंगरी की पहाड़ी पर स्थित एक अन्य पंचतारा होटल में और हरनिवास में व्यवस्था की गई है। कुछ मेहमानो के लिए चश्मशाही स्थित हट्स को भी रखा गया है।

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नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय प्रधान नासिर असलम वानी ने कहा कि शपथग्रहण के लिए हमारी तरफ से जो तैयारियां हैं, वे पूरी की जा चुकी हैं। शपथग्रहण समारोह यहां एसकेआइसीसी में होगा। उमर अब्दुल्ला के साथ मत्रीमंडल के सदस्य भी शपथ ग्रहण करेंगे। मंत्रिमंडल में किसी की भी उपेक्षा नहीं होगी। फिलहाल,नौ मंत्री शपथ लेंगे।

50 गणमान्य व्यक्तियों को किया गया आमंत्रित

नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक अन्य नेता ने बताया कि बुधवार को होने जा रहे उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे मौजूद रहेंगे। सपा नेता अखिलेश यादव आज पहुंच गए हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ,बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ,तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, माकपा नेता प्रकाश करात और भाकपा नेता डी राजा अन्य सहित लगभग 50 गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया है।

दिग्गज नेताओं के आने का क्या है प्लान

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य के मुख्यमंत्री रहे डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा शरद पवार बीमार हैं, इसलिए उनकी बेटी सुप्रिया सुले आरही है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमे स्टालिन ने भी आना था,लेकिन अब उनकी बहन कनिमोझी करुणानिधि आ रही हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस -कांग्रेस गठबंधन सरकार के समक्ष चुनौतियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा यहां लाेगों को निर्वाचित सरकार से बहुत उम्मीदे हैं। अल्लाह करे कि हम लोगों की उम्मीदों को पूरा कर सकें। यहां राज्य का दर्जा जल्द बहाल होना चाहिए।

सभी विभागों की ताकत और अधिकार प्रदेश सरकार को मिलने चाहिए,तभी यहां सही मायनों में जनता की सरकार होगी। उपराज्यपाल के पास ही इस समय सभी अधिकार हैं और यह अधिकार तब तक उसके पास रहेंगे जब तक यहां केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा रहेगा।

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर हिंदुस्तान का मुकुट है,हमें इस मुकुट को चमकाना है। जब यह चमकेगा तो हिंदुस्तान भी चमकने लगेगा। हम इसकी उम्मीद करेंगे।

कश्मीर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक एसके विरदी के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त किया गया है। डल झील के आस पास के कुछ इलाकों में और बुल्वर्ड रोड से फोरशोर रोड तक दोपहर बाद तक आम वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी।

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