JK Politics: 'राष्ट्र हित में नहीं सत्ता के दो केंद्र', हामिद कर्रा बोले- LG स्वीकार करें, चुनी हुई सरकार बन गई है
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान तारिक हमीद कर्रा ने केंद्र शासित प्रदेश में सत्ता के दो केंद्रों पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि यह राष्ट्रहित में नहीं है। उन्होंने भाजपा पर फूट डालने वाली नीतियां अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस की विचारधारा को कोई नहीं मार सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि एलजी को स्वीकार करना चाहिए कि चुनी हुई सरकार बन गई है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर के प्रधान तारिक हमीद करा ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में सत्ता के दो केंद्र राष्ट्र हित में नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय पंडित मंगतराम शर्मा की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे करा ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए भाजपा पर फूट डालने वाली नीतियां अपनाने का आरोप लगाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, कांग्रेस को कमजोर करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है लेकिन कोई भी कांग्रेस की विचारधारा को मार नहीं सकता।
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा की तरफ से बुलाई गई सुरक्षा स्थिति पर बैठक बारे पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए करा ने कहा कि मुझे नहीं पता की सुरक्षा को लेकर आज बैठक हो रही है लेकिन जब उपराज्यपाल ने सुरक्षा हालात को लेकर पहली बैठक की तो हमें यह संदेह हुआ कि जम्मू कश्मीर में सत्ता के दो केंद्र स्थापित हो रहे हैं जो राष्ट्र हित में नहीं है।
'LG स्वीकार करें, चुनी हुई सरकार बन गई है'
उन्होंने कहा कि एक तरफ उपराज्यपाल सुरक्षा हालात का जायजा ले रहे हैं तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री। अगर दोनों अलग फैसले लेते हैं तो अलग दिशा में ले जाएंगे। उपराज्यपाल को यह स्वीकार करना चाहिए कि सही मायनों में चुनी हुई सरकार बन चुकी है और यह तथ्य है और उसी अनुसार काम होना चाहिए।
हम सभी से विशेषकर उपराज्यपाल से आग्रह करते हैं कि वे एक समग्र और समावेशी रवैया अपनाए अन्यथा ऐसी बैठकों का लाभ नहीं होगा।
'कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रही भाजपा'
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रधान फारूक अब्दुल्ला की तरफ से अनुच्छेद 370 का इस्तेमाल कर भाजपा कांग्रेस को कमजोर करने की कोशिश कर रही है, संबंधी बयान पर करने करा ने कहा ने कि पार्टी नेता यही बार बार कह रहे हैं, जहां तक उनकी पार्टी का संबंध है तो इस तरह के असफल प्रयास कुछ ताकतों के जरिए होते रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की फूट डालने वाली राजनीति कांग्रेस से भारत को अधिक कमजोर कर रही है। वह गंगा जमुना तहजीब की संस्कृति की बुनियाद को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फारुख अब्दुल्ला भी भाजपा की कोशिशें को समझ रहे हैं।उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में भले ही हमारा कमजोर प्रदर्शन रहा है लेकिन पार्टी की विचारधारा को कोई नहीं मार सकता। पार्टी का अनुच्छेद 370 व प्रस्ताव पर स्पष्ट रवैया है और बार बार कहने से भाजपा को मौका देना है।
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