उपराज्यपाल ने यह निर्देश बुधवार को देर शाम गए एकीकृत कमान की बैठक में प्रदेश के समग्र सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेते हुए जारी किए। सूत्रों ने बताया कि बैठक में हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर हुई घुसपैठ की घटनाओं व घाटी में एक के बाद एक टारगेट किलिंग की तीन घटनाओं व इनसे उपजे हालात पर विस्तार से चर्चा हुई है।
By naveen sharmaEdited By: Shubham SharmaUpdated: Thu, 02 Nov 2023 05:30 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में बीते तीन दिनों में हुई आतंकी घटनाओं का उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कड़ा नोटिस लेते हुए अधिकारियों को बुधवार को आतंकियों और उनके समर्थकों व सहयोगियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बचे खुचे आतंकियों और उनके पारिस्थितिक तंत्र को नष्ट करने लिए जारी प्रयास और तेज किए जाएं।
उपराज्यपाल ने की बैठक
उपराज्यपाल ने यह निर्देश देर शाम गए एकीकृत कमान की बैठक में प्रदेश के समग्र सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लेते हुए जारी किए।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर हुई घुसपैठ की घटनाओं व घाटी में एक के बाद एक टारगेट किलिंग की तीन घटनाओं व इनसे उपजे हालात पर विस्तार से चर्चा हुई है। जम्मू कश्मीर में विशेषकर अवकाश पर घर जाने वाले पुलिस, सेना व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों व कर्मियों के लिए तय स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) में आवश्यक बदलाव का भी फैसला लिया गया।
आतंकरोधी अभियान तेज
चौकी स्तर पर संबंधित अधिकारियों को अपने कार्याधिकार क्षेत्र में संदिग्ध तत्वों की लगातार निगरानी के साथ साथ शांति बनाए रखने के लिए प्रो-एक्टिव रणनीति पर काम करने की कार्ययोजना को भी तय किया गया।
उपराज्यपाल ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों को एक बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि किसी भी स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था में चूक असहनीय है। किसी भी आतंकी घटना के लिए सुरक्षा तंत्र की खामियों को भी उजागर करना चाहिए। आतंकरोधी अभियान तेज किए जाएं, लेकिन किसी भी निर्दोष को तंग नहीं किया जाना चाहिए।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने भी लिया भाग
हाल ही में हुई टारगेट किलिंग की वारदातों में शामिल रहे आतंकियों को कठोर दंड दिलाने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं। बैठक में उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर, मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आरके गोयल, पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन, एडीजीपी विजय कुमार, चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक नलिन प्रभाव, आईजी बीएसएफ व केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
शीतकालीन रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा
आतंकरोधी अभियानों की रणनीति में बदलाव का सुझाव
सूत्रों ने बताया कि पुलिस महानिदेशक आरआर स्वैन, कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक नलिन प्रभाव और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों ने प्रदेश के मौजूदा हालात, आतंकियों की संख्या, उनकी गतिविधियों, घुसपैठ संबंधी विषयों पर प्रस्तुति दी और आतंकरोधी अभियानों की रणनीति में आवश्यक बदलाव के सुझाव भी दिए। सर्दी के दिनों में विभिन्न इलाकों में विशेषकर सीमावर्ती और उच्च पर्वतीय इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने की शीतकालीन रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा हुई है।
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