लश्कर-ए-तैयबा की 'ए' कैटेगरी में आता था बांदीपोरा में मारा गया आतंकी, घाटी में पिछले 5 साल से था सक्रिय
जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा के अरागम इलाके के गुरिहाजन में रविवार देर रात मुठभेड़ हुई थी। इसमें सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया था। उस आतंकी की पहचान उमर लोन के रूप में हुई है। उमर लश्कर-ए-तैयबा संगठन का ए श्रेणी का आतंकवादी था। उमर लोन अप्रैल 2018 से घाटी सक्रिय था और लश्कर की आतंकी शाखा टीआरएफ से जुड़ा हुआ था।
पीटीआई, बांदीपुरा। जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सोमवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी की पहचान उमर लोन के रूप में हुई है, जो लश्कर-ए-तैयबा संगठन का 'ए' श्रेणी का आतंकवादी था।
उमर लोन घाटी में साल 2018 से सक्रिय था। मानसबल में सेना के सेक्टर-3 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर विपुल त्यागी ने मंगलवार को कहा कि कुछ खुफिया सूचनाओं के जरिए आतंकवादियों की आवाजाही का संकेत मिला जिसके बाद सुरक्षाबल लगातार कश्मीर जिले के अरगाम क्षेत्र में निगरानी कर रहे थे।
16 जून को शुरू किया गया संयुक्त अभियान
खुफिया सूचनाओं के आधार पर 16 जून की रात को सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था।सुरक्षाबलों की एक टीम ने संदिग्ध गतिविधि देखी। आतंकवादियों की मौजूदगी कंफर्म होने के बाद गोलीबारी शुरू कर दी गई। जिसमें एक कट्टर आतंकवादी मारा गया।
टीआरएफ से जुड़ा था उमर
मारा गया आतंकी उमर लोन बारामूला जिले के वुसनखुई इलाके का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार लोन 'ए' कैटेगरी का आतंकी है जो अप्रैल 2018 से सक्रिय था और लश्कर/टीआरएफ से जुड़ा था।बता दें कि टीआरएफ या द रेजिस्टेंस फ्रंट लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को उग्रवादी गतिविधियों में उनकी भागीदारी के आधार पर ए, बी या सी के रूप में वर्गीकृत किया गया है। सेना अधिकारी ने कहा कि लोन भर्ती, अवैध हत्याएं और ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) नेटवर्क के विस्तार जैसी कई आतंकवादी-संबंधित गतिविधियों में शामिल था।यह भी पढ़ें- Amarnath Yatra 2024: यात्री निवास के लिए चार सालों में दो बार रखा गया नींव का पत्थर, अभी जमीन भी समतल नहीं हो पाई
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