Jammu Kashmir News: 'कश्मीर निश्चित रूप से बदल गया है', नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने क्यों कही ये बात
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष बारामूला लोकसभा सीट (Baramulla Lok Sabha seat) से पार्टी के प्रत्याशी और पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने पत्रकारों से बातचीत में केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि कश्मीर निश्चित रूप से बदल गया है। उमर ने आगे कहा कि जिन क्षेत्रों को हमने आतंकवाद से मुक्त कराया है वे फिर से आज बंदूक पकड़े हुए हैं।
एएनआई, श्रीनगर। (Jammu Kashmir Lok Sabha Election 2024 Hindi News) जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और बारामूला लोकसभा सीट से उम्मीदवार उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर निश्चित रूप से बदल गया है। तबाही बढ़ गई है। जिन क्षेत्रों को हमने आतंकवाद से मुक्त कराया है वे फिर से बंदूक के प्रभाव में हैं। यह श्रीनगर में लक्षित हत्या है या राजौरी-पुंछ में सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जा रहा है। कश्मीर में स्थिति निश्चित रूप से बदल गई है।
अफस्पा को हटाए जाने के मुद्दे पर उमर ने महबूबा को घेरा
इससे पहले मंगलवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference News) के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने एक बार फिर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पर सियासी हमला किया। उन्होंने सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम (अफस्पा) को हटाए जाने के मुद्दे पर महबूबा पर दोगला रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उमर ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तो हमने कुछ इलाकों से अफस्पा हटाने की योजना बनाई थी और तब महबूबा मुफ्ती ने हमारा विरोध किया था।
उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा में चुनावी सभा के बाद उमर ने कहा कि आज महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) अफस्पा (AFSPA) हटाने की बात कर रही हैं, कल तक तो वह इसका विरोध कर रही थी। मुझे अच्छी तरह याद है, वर्ष 2012-13 के दौरान जब मैं मुख्यमंत्री था तो हमने अफस्पा हटाने की बात की थी।
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महबूबा ने सेना की प्रतिष्ठा को लेकर उठाया था सवाल
महबूबा ने उस समय इसका विरोध करते हुए कहा था कि इसे हटाना सेना की प्रतिष्ठा और उसकी क्षमता को नुकसान पहुंचाने जैसा है। जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी के चेयरमैन अल्ताफ बुखारी द्वारा सुरक्षाबलों को वापस बैरकों में भेजे जाने संबंधी बयान पर उमर ने कहा कि जब यह पीडीपी में महबूबा के करीबी सलाहकारों में थे, उस समय ये अफस्पा हटाने और सुरक्षाबलों की वापसी के समर्थन में क्यों खड़े नहीं हुए। उस समय पीडीपी (PDP News) ने ही हमारी योजना को ठेस पहुंचाई थी।यह भी पढ़ें: 'जम्मू विश्वविद्यालय को EWS श्रेणी में नियुक्ति का अधिकार नहीं...', आरक्षण मामले में हाई कोर्ट का अहम फैसला
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