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Lok Sabha : कांग्रेस के सामने जम्मू कश्मीर में गठबंधन की गांठ सुलझाना बाकी, सीटों के तालमेल पर क्या बोले विकार रसूल

चुनाव आयोग कुछ ही दिनों में लोकसभ चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के तारीखों की घोषणा करेगा। ऐसे में भाजपा को टक्कर देने के लिए विपक्ष एकजुट होता हुआ दिखाई दे रहा है। खासकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस। यूपी बिहार और झारखंड में कांग्रेस की सीट यहां की दूसरी पार्टियों से लगभग सांझा हो चुकी है। लेकिन जम्मू-कश्मीर में तालमेल की गुत्थी अभी बाकी है।

By Monu Kumar JhaEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Mon, 26 Feb 2024 04:07 PM (IST)
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Jammu Kashmir Lok Sabha Elections: कांग्रेस के सामने जम्मू कश्मीर में गठबंधन की गांठ सुलझाना बाकी
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकसभा के महासंग्राम (Loksabha Election 2024) के लिए चुनावी गठबंधन की गांठ खोलने में जुटी कांग्रेस के लिए बंगाल और जम्मू-कश्मीर में तालमेल की गुत्थी सुलझाना अभी चुनौती बना हुआ है। बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) से वार्ता का सिलसिला जारी है मगर अभी तक सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर सहमति बनने के संकेत नहीं हैं। उधर, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस (Congress) के पुरानी सहयोगी रही नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के साथ तालमेल को लेकर भी सियासी सस्पेंस कायम है।

कांग्रेस को बिहार-झारखंड में उचित संख्या में सीटें मिलने की उम्मीद 

बिहार (Bihar News) और झारखंड (Jharkhand News) में गठबंधन में भले कोई दिक्कत नहीं है मगर कांग्रेस को इन दोनों राज्यों में अपने क्षेत्रीय सहयोगी दलों से सम्मानजनक सीटें हासिल करने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। विपक्षी दलों के गठबंधन आइएनडीआइए (INDI Alliance) के घटक दलों के साथ 2024 के चुनावी तालमेल को भारी मशक्कत के बाद पटरी पर लाने में सफल रही कांग्रेस को बिहार और झारखंड में उचित संख्या में सीटें मिलने की उम्मीद है।

लालू प्रसाद यादव के साथ अंतिम दौर की चर्चा

पार्टी सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के सियासी पाला बदलने के बाद कांग्रेस की राज्य में 10 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी है और इन सीटों की सूची राजद नेतृत्व को सौंपी जा चुकी है। राजद इन 10 सीटों में से एक से दो सीट वामदलों को देने के पक्ष में है और खुद 30 सीटों पर लड़ना चाहता है। कांग्रेस की चुनावी रणनीति से जुड़े सूत्रों ने उम्मीद जताई कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के साथ अंतिम दौर की चर्चा में सीटों के फॉर्मूले पर सहमति बनने में कोई अड़चन नहीं आएगी।

झारखंड में झामुमो-कांग्रेस मजबूत

झारखंड में कांग्रेस आठ सीटों पर लड़ने की तैयारी के साथ अपने संभावित उम्मीदवारों के चयन की कसरत भी कर रही है। झारखंड में झामुमो-कांग्रेस (JMM-Congress) की नई सरकार के गठन में कांग्रेस की भूमिका के साथ हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के प्रति पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पुरजोर समर्थन को देखते हुए पार्टी को सीट बंटवारे में कोई अड़चन की आशंका नहीं है।

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बंगाल में ममता बनर्जी को चुनावी गठबंधन के लिए सहमत करना कांग्रेस के लिए अभी चुनौती बना हुआ है क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने दो लोकसभा सीटें (Loksabha Seat) देने के पुराने प्रस्ताव में इजाफा करने की अभी तक घोषणा नहीं की है। कांग्रेस छह सीटें मांग रही है मगर दीदी यदि चार तक पहुंच जाएं तो पार्टी वर्तमान हालातों के मद्देनजर इस पर हामी भर सकती है।

कांग्रेस का अगला टारगेट ममता बनर्जी को अपने पाले में करना

समाजवादी पार्टी (SP Party) और आम आदमी पार्टी (AAP Party) को आइएनडीआइए में लाने में कामयाब रही कांग्रेस ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को भी चुनावी तालमेल के लिए राजी कर लेती है तो यह विपक्षी गठबंधन की चुनाव से पहले एक बड़ी कामयाबी होगी। जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की सीटें चाहें छह हो मगर राजनीतिक रूप से यह प्रदेश भाजपा-राजग के लिए ही नहीं बल्कि विपक्ष के लिए भी बेहद अहम है।

कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेंगे, अकेले चुनाव लड़ेंगे- फारूख अब्दुल्ला

कांग्रेस-नेकां का गठबंधन सूबे में स्वाभाविक माना जाता है लेकिन जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने पिछले दिनों ईडी का नोटिस मिलने के बाद कांग्रेस से गठबंधन नहीं करने और अकेले चुनाव लड़ने का बयान दिया।

हालांकि उनके बेटे पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने इसके बाद स्पष्टीकरण जारी करते हुए आइएनडीआइए का हिस्सा बने रहने और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही। लेकिन दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे का फैसला करने की बात अभी आगे नहीं बढ़ पा रही है और दोनों खेमों की ओर से चुप्पी बरती जा रही है।

कांग्रेस की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रधान विकार रसूल ने रविवार को कहा है कि आइएनडीआइए के सहयोगी दलों नेशनल कान्फ्रेंस और पीडीपी के साथ लोकसभा चुनाव में सीटों के तालमेल पर बातचीत चल रही है। लोग जल्द ही अच्छी खबर सुनेंगे। हम मिलकर संसदीय चुनाव लड़ने जा रहे हैं।

हम भी अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेंगे-विकार रसूल

पार्टी मुख्यालय शहीदी चौक जम्मू में पत्रकारों से बातचीत में विकार रसूल (Vikar Rasool) ने भाजपा पर जम्मू कश्मीर को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही लोगों की समस्याओं का समाधान कर सकती है। राज्य का दर्जा वापस दिला सकती है और लोगों के जमीन और नौकरियों के अधिकार सुरक्षित कर सकती है।

विधानसभा और नगर पालिकाओं के चुनाव करवा सकती है और पर्यटन को बढ़ावा दे सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा आइएनडीआइए से डर गई है और हमारे संयुक्त विपक्ष को तोड़ना चाहती है। जब उनसे पूछा गया कि नेशनल कान्फ्रेंस के प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी।

विकार रसूल ने कहा कि हम भी अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेंगे और जहां हमारे सहयोगी दल अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे। हम उन्हें सहयोग देंगे। सहयोगी दलों को भाजपा के दबाव में भागना नहीं चाहिए और हम संसदीय चुनाव मिलकर लड़ेंगे।

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