Poonch: तीन नागरिकों की मौत पर सियासी बवाल, अब महबूबा मु्फ्ती ने परिवार के लोगों के लिए सरकार की ये मांग
महबूबा मुफ्ती ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से तीन नागरिकों के मौत के मामले में 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का अनुरोध किया। उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 1947 के बाद से हुए सभी युद्धों में राजौरी के लोगों ने देश की सेना का समर्थन किया है लेकिन इस मामले में नागरिकों को घरों से उठाया गया मारा गया और पीटा गया।
एजेंसी, पुंछ। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों ने सेना की गाड़ी पर हमला कर दिया था, इसमें कई जवान बलिदान हो गए थे।
जिसके बाद पुलिस ने इस हमले के पीछे वहां के स्थानीय नागरिकों को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसमें से तीन लोग संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए थे। तो वहीं, अब पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती इस मुदे को उठा रही हैं।
तीन नागरिकों की मौत पर महबूबा मुफ्ती ने कही ये बात
महबूबा मुफ्ती ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से तीन नागरिकों के मौत के मामले में 50 लाख रुपये का मुआवजा देने का अनुरोध किया है।
उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 1947 के बाद से हुए सभी युद्धों में राजौरी के लोगों ने देश की सेना का समर्थन किया है, लेकिन इस मामले में नागरिकों को घरों से उठाया गया, मारा गया और पीटा गया। ऐसा उन वफादार लोगों के साथ किया गया है, जो सेना के साथ-साथ सीमाओं की रक्षा करते हैं।
महबूबा मुफ्ती ने मुआवजे की मांग की
मुफ्ती ने कहा कि मैं ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि एलजी को रक्षा मंत्री से कहना चाहिए कि उन लोगों के परिवारों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए।
सड़क किनारे नौकरी और प्लॉट दिए जाएं और घायलों को 5 लाख रुपये दिए जाएं। उन्होंने आगे कहा कि जब कथित वीडियो में सब कुछ दिख रहा था तो अज्ञात व्यक्ति पर एफआईआर दर्ज की गई। उसके बाद सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री यहां आए, फिर क्या हुआ? फिर अज्ञात के नाम पर एफआईआर दर्ज की गई।
नजरबंद की गईं महबूबा मुफ्ती
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि अगर आप अपराधी को नहीं पकड़ते तो एक तरह से आप भी अपराध कर रहे हैं। जब मैंने उनके परिवारों से मिलने की कोशिश की तो मुझे घर में नजरबंद कर दिया गया। मुझे कल फिर रोका गया। पता नहीं वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं, उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर भी निशाना साधते हुए कहा अगर लोगों को अभी भी धमकी दी जाती है तो उनके दौरे का क्या फायदा।
'हम चीन या पाकिस्तान के लोग नहीं'
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि हमें रोकने के लिए बहुत सारे लोगों को लेकर आए। हम चीन या पाकिस्तान के लोग नहीं हैं। हम अपने देश के लोगों में से हैं तो हमें क्यों रोका गया?
बता दें कि वह पुंछ जिले में आतंकवाद विरोधी अभियान स्थल के पास पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रहीं थी तो उस दौरान सुरक्षा कारणों से उन्हें रोका गया था। इसके बाद उन्होंने और समर्थकों ने विरोध-प्रदर्शन किया था।