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'नेशनल कॉन्फ्रेंस को कैसे हराना है ये था उद्देश्य...', शाह के कश्मीर दौरे को लेकर उमर अब्दुल्ला ने किया ये दावा

Jammu Kashmir News केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिन जम्मू-कश्मीर में दो दिवसीय यात्रा समाप्त की। प्रदेश के महासचिव सुनील शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गृहमंत्री का दौरा राजनीतिक नहीं है। शाह की यात्रा का उद्देश्य प्रशासन भाजपा और उसकी बी सी डी और ई टीमों को नेशनल कॉन्फ्रेंस को कैसे हराना है इसके बारे में निर्देश देना था।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Sat, 18 May 2024 05:14 PM (IST)
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Jammu Kashmir News: शाह के कश्मीर दौरे को लेकर उमर अब्दुल्ला ने किया ये दावा

पीटीआई, श्रीनगर। Jammu Kashmir Politics: नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah Kashmir Visit) के कश्मीर दौर को लेकर कहा कि अमित शाह ने कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को हराने के लिए घाटी का दौरा किया था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कश्मीर में अपनी संक्षिप्त यात्रा समाप्त की। इस बीच उन्होंने स्थानीय सिखों, पहाड़ियों और भाजपा के लोगों सहित कई प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत की।

हालांकि, लोकसभा चुनाव के बीच उनकी यात्रा से कश्मीर में मौजूद कुछ मुख्यधारा के राजनीतिक नेताओं के साथ उनकी बैठकों की अटकलें लगाई गईं, लेकिन घाटी छोड़ने से पहले मंत्री की व्यस्तताओं पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था।

नेशनल कॉन्फ्रेंस को हराना था उद्देश्य

अब्दुल्ला ने मध्य कश्मीर के बडगाम जिले के मगाम इलाके में संवाददाताओं से कहा कि हम अभी तक यह नहीं समझ पाए हैं कि (गृह मंत्री की) यात्रा का उद्देश्य क्या था क्योंकि भाजपा ने यहां उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। पहले, अफवाह थी कि वह सुरक्षा समीक्षा बैठक के लिए आए थे, लेकिन कोई बैठक नहीं हुई।

उन्होंने कहा कि यह इलाका बारामूला निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है, जहां से नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष चुनाव लड़ रहे हैं। अब्दुल्ला ने दावा किया कि शाह की यात्रा का उद्देश्य प्रशासन,  भाजपा और उसकी 'बी', 'सी', डी' और 'ई' टीमों को नेशनल कॉन्फ्रेंस को कैसे हराना है, इसके बारे में निर्देश देना था।

भाजपा ने कश्मीर में नहीं उतारे उम्मीदवार

भाजपा ने कश्मीर में तीन लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं, लेकिन अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद गठित कुछ नए राजनीतिक दलों को अनौपचारिक रूप से समर्थन दिया है।

पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला अपने पूरे अभियान के दौरान पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अपनी पार्टी, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी पर निशाना साधते रहे हैं और उन्हें भाजपा की "प्रॉक्सी पार्टियां" कहते रहे हैं।

चार जून को करेंगे साबित

उन्होंने कहा कि ये पार्टियां बीजेपी के निर्देश पर नेशनल कॉन्फ्रेंस को हराने के लिए एक साथ आई हैं। लेकिन, लोग हमारे साथ हैं और हम 4 जून को यह साबित कर देंगे। अब्दुल्ला ने कहा कि क्या आपको यह अजीब नहीं लगता कि जो व्यक्ति कल तक दावा करता था कि वह चुनाव जीतेगा उसका उद्देश्य अब बदल गया है।

आज पीपुल्स कॉन्फ्रेंस चुनाव जीतने की बात नहीं करती, वह उमर अब्दुल्ला को हराने की बात करती है।" यह आपको बताता है कि ये सभी दल भाजपा के निर्देशों का पालन करते हैं, उनका एकमात्र लक्ष्य नेशनल कॉन्फ्रेंस है।

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