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Article 370 की बहाली पर भाजपा का विरोध दबाने के लिए नेकां ने बनाया ये प्लान, डिप्टी सीएम ने संभाला मोर्चा

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में विशेष दर्जे की बहाली के प्रस्ताव पर भाजपा और नेकां के बीच जमकर हंगामा हुआ। भाजपा विधायकों ने प्रस्ताव का विरोध किया तो नेकां विधायकों ने उन पर पलटवार किया। सदन में दोनों पक्षों के बीच जमकर नारेबाजी और आरोप-प्रत्यारोप हुए। नेकां ने सदन में जम्मू के विधायकों को आगे कर भाजपा के विरोध को रोकने की कोशिश की।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 09 Nov 2024 07:33 AM (IST)
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विधानसभा में आसन के सामने हंगामा करते भाजपा विधायक
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जे के प्रस्ताव पर भाजपा का विरोध दबाने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस ने गुरुवार को विधानसभा में अपने जम्मू संभाग के विधायकों को आगे कर दिया। उनके पीछे कश्मीर से नेकां के विधायकों ने भाजपा विधायकों को नारेबाजी से जवाब दिया।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपनी सीट पर चुपचाप बैठे इस पूरे हंगामे को देखते रहे और बीच-बीच में अपने विधायकों को बुलाकर उन्हें भाजपा की गोलबंदी के लिए रणनीति के बारे में समाझते रहे।

'विरोध करना भाजपा की मजबूरी'

सदन में खाद्य आपूर्ति मंत्री सतीश शर्मा ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा संभाला। उनका साथ उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी और किश्तवाड़ जिले की इंदरवाल से निर्दलीय विधायक प्यारे लाल ने दिया।

उन्होंने भाजपा विधायकों को गुलाम बताते हुए कहा कि विशेष दर्जे की बहाली के प्रस्ताव से यह (भाजपा विधायक) भी दिल ही दिल में खुश हैं, लेकिन बोल नहीं सकते।

उन्होंने कहा कि विरोध करना उनकी मजबूरी है और कैमरे को दिखाना है। उन्होंने भाजपा पर जम्मू-कश्मीर में भी विभाजन के बीज बोने का आरोप लगाया।

दोनों पक्षों में जमकर हुई नारेबाजी

सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही भाजपा विधायकों ने बुधवार को पारित विशेष दर्जा बहाली के प्रस्ताव को लेकर रोष जताना शुरू कर दिया था। उन्होंने नारेबाजी की तो नेकां के विधायकों ने भी उनके जवाब में नारे लगाए।

दोनों पक्षों में जमकर नारेबाजी और आरोप प्रत्यारोप का दौर चला, लेकिन भाजपा नेताओं के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों का नेतृत्व छंब से निर्दलीय विधायक सतीश शर्मा ने संभाला। सतीश कांग्रेस के बागी नेता हैं और उमर अब्दुल्ला के सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं।

भाजपा विधायकों पर संविधान के अपमान का लगाया आरोप

सतीश शर्मा ने स्पीकर को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा विधायकों ने विधानसभा सचिव की मेज पर पैर रखे थे, उस मेज पर जूते रखे, जहां हिंदुस्तान का संविधान है। भाजपा विधायकों ने संविधान की मर्यादा भंग की है। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने भाजपा विधाायकों से कहा कि सांबा, कठुआ, ऊधमपुर, जम्मू के लोग आपसे जवाब मांगते हैं। सतीश शर्मा ने भाजपा विधायकों की तरफ संकेत करते हुए कहा कि आप लोग यहां नफरत फैला रहे हैं। कहा- क्या अब जम्मू और कश्मीर को अलग करना चाहते हो, यह विभाजन का षड्यंत्र नहीं चलेगा। हमने जम्मू कश्मीर को और यहां तक लद्दाख को भी साथ लेकर चलना है।

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...फिर प्यारे लाल और सुरिंदर आ गए सामने

जैसे ही सतीश शर्मा ने माइक छोड़ा और सीट से उठे तो प्यारे लाल ने भाजपा विधायकों पर हमला बोल दिया। उन्होंने कहा, आओ हमारे साथ, जम्मू के गली बाजारों का दौरा करो, आपको पता चल जाएगा कि जम्मू संभाग में लोग विशेष दर्जे के प्रस्ताव के पारित होने से खुश हैं।

उन्होंने कहा कि आपका जम्मू को अलग प्रदेश बनाने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। इस पर भाजपा नेताओं ने नारेबाजी और तेज कर दी। इसे देखते ही उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी सीट पर खड़े हो गए। उन्होंने भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि आज जो शाम लाल शर्मा आपके बीच खड़े हो विरोध कर रहे हैं, वह पहले कभी उमर अब्दुल्ला की सरकार में मंत्री थे, उस समय नेशनल कॉन्फ्रेंस ठीक थी। इस पूरे प्रकरण में भाजपा के विधायक अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करने तक सीमित होकर रह गए थे।

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