Jammu News: पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी की हत्या की जांच करेगी NIA, पुलिस को मिले कई सुराग जल्द मिलेगा न्याय
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को जम्मू कश्मीर पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी (Inspector Masroor Ahmed Wani) की हत्या की जांच सौंप दी है। इस पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस को इस मामले में कुछ सुराग मिले हैं और जांच जारी है। कई मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन हो रहा है।
एजेंसी (पीटीआई), श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी की हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी गई है। इसकी जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी। बता दें कि 29 अक्टूबर को श्रीनगर में क्रिकेट खेलते समय लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी ने गोली मार दी थी, गुरुवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मृत्यु हो गई थी।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) विजय कुमार ने यहां मारे गए अधिकारी के पुष्पांजलि समारोह के मौके पर कहा कि मामला एनआईए को सौंप दिया गया है। एनआईए और जेके पुलिस संयुक्त रूप से इसकी जांच करेगी। कुमार ने कहा कि पुलिस को मामले में कुछ सुराग मिले हैं और जांच जारी है।
जांच जारी है, जल्द ही न्याय मिलेगा: ADGP
उन्होंने कहा कि इसमें शामिल लोगों को जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। जांच जारी है और हम विवरण साझा नहीं कर सकते। एडीजीपी ने कहा कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना जनता की बुनियादी जरूरत और अधिकार है और जो व्यक्ति, अलगाववादी, उपद्रवी या आतंकवादी इसे बिगाड़ने की कोशिश करेंगे, उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
कई मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से हो रहा पालन
यह पूछे जाने पर कि भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए पुलिस ने क्या कदम उठाए हैं। कुमार ने कहा कि पुलिस कर्मियों के लिए कई मानक संचालन प्रक्रियाएं हैं और उनका सख्ती से पालन किया जाएगा। हमने पिछले साल कई बैठकों और परामर्शों के बाद अधिकारियों और कर्मियों के लिए कई एसओपी जारी किए थे। छुट्टी पर या घर पर या बाहर होने पर क्या करना है। जागरूकता फैलाई गई थी लेकिन कभी-कभी कमियां होती हैं, जिसके परिणाम हमें भुगतने पड़ते हैं। इस सवाल पर कि क्या हमले के बारे में अधिकारी के साथ कोई इनपुट साझा किया गया था, कुमार ने कहा कि एक इनपुट था और प्रत्येक पुलिस कर्मी को बताया गया था लेकिन 'कभी-कभी चूक हो जाती है'।
गतिज और गैर गतिशील ऑपरेशन जारी
उन्होंने कहा कि हम भविष्य में ध्यान रखेंगे और प्रत्येक अधिकारी को अपने कर्मियों को एसओपी के बारे में जागरूक करने के लिए कहा गया है और उनका सख्ती से पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है। आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को तोड़ने के लिए आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली कई सुरक्षा एजेंसियों पर एक सवाल का जवाब देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गतिज और गैर-गतिशील ऑपरेशन जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि हम लड़ाई के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाते हुए पिछले दो-तीन वर्षों से ऐसा कर रहे हैं और इसमें गतिज और गैर-गतिशील दोनों तरह के ऑपरेशन होते हैं। यह उसी का एक हिस्सा है और यह जारी रहेगा।