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अब हवाई जहाज से भी नशीली दवाओं की तस्करी करने लगे तस्कर, श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर छापा

श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कार्गाे लाजिस्टिक क्षेत्र में अचानक छापा डाला और प्रतिबंधित नशीले दवा स्पास्मो प्राक्सीवान के 7500 कैप्सूल बरामद किए हैं। इस खेप को मंगवाने वाले बिलाल अहमद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कश्मीर में अपनी तरह का पहला मामला है।

By naveen sharmaEdited By: Lokesh Chandra MishraUpdated: Fri, 14 Oct 2022 08:42 PM (IST)
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डिप्टी ड्रग कंट्रोलर कश्मीर निगहत जबीन के नेतृत्व में एक दल ने पुलिस के साथ मिलकर आज छापा डाला।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में प्रतिबंधित नशीली दवाओं के तस्कर अब सड़क के रास्ते ही नहीं हवाई जहाज के जरिये भी दवाओं की तस्करी करने लगे हैं। इसका खुलासा शुक्रवार को ड्रग कंट्रोल विभाग कश्मीर के एक दल ने तब किया, जब उसने श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कार्गाे लाजिस्टिक क्षेत्र में अचानक छापा डाला और प्रतिबंधित नशीले दवा स्पास्मो प्राक्सीवान के 7500 कैप्सूल बरामद किए हैं। इस खेप को मंगवाने वाले बिलाल अहमद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कश्मीर में अपनी तरह का पहला मामला है। इससे पूर्व नशीली दवाओं के तस्कर यह दवा पंजाब और जम्मू के रास्ते किसी ट्रक या किसी अन्य वाहन में लाते थे।

मिली जानकारी के अनुसार, ड्रग कंट्रोल कार्यालय श्रीनगर में एक सूचना मिली थी कि कुछ लोग प्रतिबंधित नशीली दवाओं की तस्करी अब हवाई जहाज के जरिये कर रहे हैं। वह हवाई जहाज के जरिये आने वाले सामान में इसे मंगवा रहे हैं। इसके आधार पर डिप्टी ड्रग कंट्रोलर कश्मीर निगहत जबीन के नेतृत्व में एक दल ने पुलिस के साथ मिलकर आज छापा डाला।

बरामद कैप्सूल की खेप का बैच नंबर एक्सएक्स10160, डब्लयूएए2015 और एक्सएक्स10172 है। इसकी निर्माता कंपनी प्लाट नंबर-87ए, सिल्वर इंडस्ट्रियल इस्टेट भीमपुरा, नैनी दिमन-396210 में स्थित वैकहार्ड है। उन्होंने बताया इस खेप को भेजने वाले और प्राप्त करने वाले का नाम इस पर इन्टिरियो हैल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड,नवजीवन मेडिकोज, 50 केएच,नंबर-139, गली नंबर-04, न्यू सराय नयी दिल्ली और बिलाल अहमद लिखा है।

एच1 में अधिसूचित दवा स्पास्मो प्राक्सीवान में टामाडोल नामक एक साइकोट्रोपिक पदार्थ होता है। यह दवा सिर्फ उपचार के लिए किसी पंजीकृति मेडिकल प्रैक्टिशनर के नुस्खे के आधार पर ही बेची-खरीदी जा सकती है। ड्रग कास्मैटिक एक्ट, 1940 के मुताबिक, इस दवा की बिक्र का रिकार्ड भी संबधित दवा विक्रेता को नुस्खे, कैश मेमो और क्रेडिट मेमो की शक्ल में रखना होता है।

नशीली दवाओं की खेप के ऊपर नेबुलाइजर की पर्ची लगाई गई थी

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि कई नशेड़ी इसी दवा का नशे के लिए इस्तेमाल करते हैं। आज की कार्रवाई के दौरान पाया गया कि यह खेप जिस डिब्बे में थी, उसके ऊपर नेबुलाइजर की पर्ची लगाई गई थी ताकि जांच दल को धोखा दिया जा सके। इस दवा की तस्करी में लिप्त गिरोह के मुख्य सूत्रधार बिलाल अहमद बट को भी पकड़ लिया गया है। वह उत्तरी कश्मीर में शालपोरा सोपोर का रहने वाला है। उससे पुलिस व ड्रग कंट्रोल विभाग के अधिकारियों ने पूछताछ की है। उसके खिलाफ संबधित कानून के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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