Move to Jagran APP

सभी स्कूलों में कक्षा नौवीं तक पुराना एकेडमी कैलेंडर बहाल, अब नवंबर में होगी वार्षिक परीक्षा; CM अब्दुल्ला का बड़ा फैसला

जम्मू-कश्मीर सरकार ने विंटर जोन के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में नौवीं कक्षा तक पुराना अकादमिक कैलेंडर बहाल कर दिया है। यह अकादमिक सत्र फरवरी से नवंबर तक होगा। 10वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए नवंबर का अकादमिक सत्र अगले वर्ष से किया जाएगा। इस निर्णय से विंटर जोन के छात्रों और अभिभावकों को होने वाली दिक्कतों का समाधान होगा।

By naveen sharma Edited By: Sushil Kumar Updated: Thu, 31 Oct 2024 09:35 AM (IST)
Hero Image
कक्षा नौवीं तक पुराना एकेडमी कैलेंडर बहाल, CM उमर अब्दुल्ला का बड़ा फैसला।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। प्रदेश सरकार ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए विंटर जोन के सभी सरकारी व निजि स्कूलों में नौवीं कक्षा तक, पुराना अकादमिक सत्र बहाल कर दिया है। यह अकादमिक सत्र फरवरी से नवंबर तक होता था, जिसे दो वर्ष पूर्व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देशानुसार समापत करते हुए पूरे प्रदेश में मार्च का अकादमिक सत्र बहाल किया था।

अलबत्ता, विंटर जोन में 10वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए नवंबर का अकादमिक सत्र अगले वर्ष से किया जाएगा। पुराना अकादमिक सत्र बहाल करने की घोषण स्वयं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने की है।

ठंड-बर्फबारी के कारण जनजीवन प्रभावित

वर्ष 2022 से पूर्व जम्मू कश्मीर में जम्मू कश्मीर स्कूल शिक्षा बोर्ड में पंजीकृत और मान्यता प्राप्त निजि व सरकारी स्कूलों को विंटर व सम्मर जोन में बांटा गया था। सम्मर जोन जम्मू प्रांत के मैदानी और गर्म इलाको के अलावा उन क्षेत्रों के स्कूल शामिल थे, जहां अन्य उच्चपर्वतीय इलाकों की तुलना में कम हिमपात होता है या फिर वहां सर्दियों में हिमपात के बावजूद सामान्य जनजीवन पूरी तरह से बहाल रहता है।

विंटर जोन में कश्मीर घाटी समेत प्रदेश के वह सभी इलाके जहां सर्दियों में भीषण ठंड और हिमपात के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित रहता है। सम्मर जोन के स्कूलों में देश के अन्य भागों की तरह मार्च-अप्रैल में ही वार्षिक परीक्षाएं होत हैं जबकि विंटर जोन में अक्टूबर के अंत से लेकर दिसंबर की शुरुआत तक वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन होता था।

अकादमिक कैलेंडर को लागू करने का आदेश

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वर्ष 2022 में उच्च शिक्षा विभाग के अकादमिक कैलेंडर और देश के अन्य भागों के अकादमिक कैलेंडर के अनुरूप ही जम्मू-कश्मीर के हर क्षेत्र के अकादमिक कैलेंडर को सुनिश्चित बनाने के लिए विंटर जोन के अकादमिक कैलेंडर को समाप्त कर, पूरे प्रदेश के लिए एक ही अकादमिक कैलेंडर को लागू करने का आदेश दिया था।

इस आदेश को हालांकि लागू किया गया है,लेकिन इसका पहले ही दिन से विरोध हो रहा है। चुनाव के दौरान भी यह मामला कई जगह मुद्दा बना था और नेशनल कान्फ्रेंस ने यकीन दिलाया था कि वह सत्ता में आने पर विंटर जोन में पुराना अकादमिक सत्र बहाल करेगी। सरकार के गठन के बाद यह मांग और ज्यादा मुखर हो गई थी।

आज श्रीनगर में केबिनेट की बैठक में विंटर जोन में पुराना अकादमिक सत्र बहाल करने का निर्णय लिया गया है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शिक्षा मंत्री सकीना मसूद के साथ इंटरनेट मीडिया पर एक बयान जारी कर कहा कि केबिनेट बैठक में शिक्षा मंत्री ने पुराना अकादमिक सत्र बहाल करने का प्रस्ताव लाया था।

उन्होंने नए अकादमिक सत्र के कारण विंटर जोन में छात्रोंं और अभिभावकों को होने वाली दिक्कतों का भी जिक्र किया। हमने नौवीं कक्षा तक विंटर जोन में पुराना अकादमिक सत्र बहाल करने का फैसला किया है। अलबत्ता,10वीं,11वीं और12वीं की कक्षाओं के लिए विंटर जोन में पुराना अकादमिक सत्र अगले वर्ष तक लागू किया जाएगा। इस वर्ष नौवीं तक वार्षिक परीक्षाएं नवंबर दिसंबर में होंगी। 

प्राइवेट स्कूल ऐसोसिएशन जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष जीएन वार ने कहा कि जम्मू कश्मीर की भौगोलिक परिस्थितियां पूरी तरह से अलग हैं। अगर आपको यहां मार्च-अप्रैल का अकादमिक सत्र लागू करना है तो उसके लिए पर्याप्त सुविधाएं चाहिए। प्रत्येक स्कूल में ठंड से बचाव के पूरे साधन होने चाहिए।

स्कूलों में सेंट्रल हीटिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। ऐसी कोई सुविधा यहां के सरकारी तो क्या निजि स्कूलों मं भी नहीं है। हां,अगर कुछेक निजि स्कूलों में सेंट्रल हीटिंग की व्यवस्था है तो वहां किन लाेगों के बच्चे जाते हैं, इस बारे मे मुझे ज्यादा बोलने की जरुरत नहीं है। विंटर जोन का अकादमिक कैलेंडर बहाल कर प्रदेश सरकार ने एक उचित कदम उठाया है।

इस बीच, कश्मीर के एक शिक्षाविद ने कहा कि मैं इस निर्णय का विरोध नहीं करता,लेकिन यहां कई स्कूल सीबीएसई से संबधित हैं, वहां तो मार्च-अप्रैल का ही अकादमिक सत्र है। अगर उसमें दिक्कत नहीं है तो फिर प्रदेश के स्कूल शिक्षा बोर्ड के अधीनस्थ स्कूलों और सरकारी स्कूलों के लिए क्षेत्रीय आधार पर अलग अलग अकादमिक कैलेंडर की जरुरत कैसे है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।