'उनके प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं', राजनयिकों के दौरे पर भड़के उमर अब्दुल्ला; राहुल गांधी को भी दी सलाह
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए विदेशी प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के केंद्र के फैसले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव भारत का आंतरिक मामला है और विदेशियों को यहां चुनाव प्रक्रिया की निगरानी के लिए बुलाने की जरूरत नहीं है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में बुधवार को दूसरे चरण के लिए मतदान हो रहा है।
राज्य ब्यूरो, श्रीगनर। नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का निरीक्षण करने के लिए विदेशी प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के केंद्र के निर्णय की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव भारत का आतंरिक मामला है और मुझे नहीं पता कि विदेशियों को यहां चुनाव प्रक्रिया का जायजा लेने, निगरानी करने के लिए क्यों बुलाया जाना चाहिए था। विदेशी राजनयिकों को आप कश्मीर में चुनाव दिखा रहे हो तो फिर विदेशी पत्रकारों को क्यों यहां आने से रोका जाता है।
16 देश के राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा श्रीगनर
नई दिल्ली स्थित विदेशी दूतावासों और उच्चायुक्तों के 16 देश के राजनयिकों का एक प्रतिनिधिमंडल, कश्मीर में जारी चुनाव प्रक्रिया का जायजा लेने आज सुबह ही यहां श्रीनगर पहुंचा है। इस प्रतिनिधिमंडल को विदेश मंत्रालय ने आमंत्रित किया है। जम्मू कश्मीर 10 वर्ष बाद और पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।
'यह हमारा अपना आंतरिक मामला'
आज यहां सोनवार स्थित मिशनरी स्कूल में बने मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद उमर अब्दुल्ला ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि जब कोई दूसरा देश कश्मीर को लेकर कोई टिप्पणी करता है तो भारत सरकार कहती है कि यह हमारा अपना आंतरिक मामला है।उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आज अचानक ही केंद्र सरकार विदेशी पर्यवेक्षकों को आमंत्रित करती है और उन्हें चुनाव प्रक्रिय का जायजा लेने के लिए कश्मीर में विभिन्न मतदान केंद्रों में सैर करा रही है। अगर विदेशी राजनयिक आ सकते हैं तो फिर विदेशी पत्रकारों पर रोक क्यों लगाई जाती है। चुनाव के समय विदेशी राजनयिकों को कश्मीर में पर्यटकों की तरह लाना कई सवाल पैदा करता है।
उनके प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है- उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हमारे लिए एक आंतरिक मामला है, और हमें उनके (विदेशी राजनयिकों के) प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। यहां चुनाव में लोगों की भागीदारी जिसे केंद्र सरकार अपनी उपलब्धि बता रही है, केंद्र सरकार सरकार की वजह से नहीं है।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यहां लोगों को अपमानित किया, यहां लोगों को प्रताड़ित करने, उनकी आवाज को बंद कराने के लिए, हर तरीका इसतेमाल किया गया और इसके बावजूद इसके बावजूद लोग चुनाव में भाग ले रहे हैं, मतदान कर रहे हैं। इसलिए यह ऐसा कुछ नहीं है जिसका भारत सरकार को प्रचार करना चाहिए। लेकिन, वैसे भी, वह ऐसे ही हैं।
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