महबूबा मुफ्ती पर उमर अब्दुल्ला का पलटवार, कहा- विधानसभा सशक्त बनाने के लिए चुनाव लड़ना जरूरी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Election 2024) के बीच नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने महबूबा मुफ्ती पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा सशक्त नहीं है इसे सशक्त बनाने के लिए चुनाव लड़ना जरूरी है। दरअसल महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्ला के चुनाव लड़ने को फैसले को लेकर आलोचना की थी जिसको लेकर अब उन्होंने जवाब दिया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को महबूबा मुफ्ती पर पलटवार करते हुए कहा कि अपने करीबियों को चुनाव में खड़ा करने के बाद उनके खुद चुनाव नहीं लड़ने का कोई औचित्य नहीं रह जाता। यह सही है कि जम्मू-कश्मीर की विधानसभा सशक्त नहीं है, लेकिन इसे सशक्त बनाने के लिए यह चुनाव लड़ना जरूरी है। लोकतंत्र को अगर मजबूत बनाना है तो चुनाव लड़ना जरूरी है।
महबूबा मुफ्ती ने की थी आलोचना
दरअसल, उमर और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती वर्ष 2020 के बाद लगातार कहते रहे हैं कि वह केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर प्रदेश की विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके पीछे उनका तर्क था कि इस विधानसभा के पास कोई अधिकार नहीं हैं, सभी शक्तियां उपराज्यपाल के पास हैं।
यह भी पढ़ें: 'कांग्रेस-NC के खिलाफ उम्मीदवार न उतारे PDP, एक जैसा है हमारा एजेंडा', उमर अब्दुल्ला ने की महबूबा मुफ्ती से साथ आने की अपील
अलबत्ता, उमर ने गत दिनों अपने फैसले पर यू-टर्न लिया और अब वह गांदरबल से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, महबूबा चुनाव न लड़ने के अपने फैसले के साथ खड़ी हैं। गत बुधवार को उन्होंने चुनाव लड़ने के मुद्दे पर उमर की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों का मकसद सत्ता होता है। ऐसे लोगों के लिए सिद्धांतों के कोई मायने नहीं होते।
महबूबा मुफ्ती को उमर अब्दुल्ला ने दिया जवाब
उमर ने गुरुवार को गांदरबल में जनसभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैं पहले ही बता चुका हूं कि चुनाव न लड़ने का मेरा फैसला सही नहीं था। यही सही है कि मौजूदा विधानसभा सशक्त नहीं है, लेकिन उसे सशक्त बनाने का तरीका यही चुनाव है। महबूबा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो मेरे चुनाव लड़ने के फैसले की आलोचना कर रहे हैं, वह पहले अपना घर संभालें।यह भी पढ़ें: बीजेपी का पीडीपी-नेकां और कांग्रेस को खुला चैलेंज, कहा- जम्मू-कश्मीर में आतंक, हत्याएं और पथराव की घटनाओं पर करे बहस
पीडीपी अध्यक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर आप मौजूदा व्यवस्था के खिलाफ हैं तो फिर आपको इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। खुद चुनाव से दूर रहना और अपने करीबियों, स्वजन को चुनाव में खड़ा करने का क्या औचित्य है?
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पीडीपी अध्यक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर आप मौजूदा व्यवस्था के खिलाफ हैं तो फिर आपको इसके खिलाफ खड़ा होना चाहिए। खुद चुनाव से दूर रहना और अपने करीबियों, स्वजन को चुनाव में खड़ा करने का क्या औचित्य है?