'भाजपा कश्मीर विरोधी एजेंडे को लागू करना चाहती है, हर हाल में रोकें', उमर अब्दुल्ला की कश्मीरियों से दुहाई
जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला लगातार चुनावी प्रचार में सक्रिय हैं। रविवार को उमर अब्दुल्ला ने डल झील में शिकारा रैली निकाली। इस दौरान उन्होंने भाजपा और पीडीपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने डल झील में शिकारा रैली निकालकर अनुच्छेद 370 बहाली और राज्य का दर्जा जैसे मुद्दों को उठाया। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर को वोटिंग होगी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने रविवार को विश्व प्रसिद्ध डल झील में प्रचार के लिए निकाली शिकारा रैली में अनुच्छेद 370 बहाली और राज्य का दर्जा जैसे मुद्दों को उठाते हुए पीडीपी और भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कश्मीरियों से दुहाई करते हुए कहा कि भाजपा के एजेंडे को कश्मीर में पूरी तरह लागू होने से रोकने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस की जीत हर हाल में जरूरी है।
उमर अब्दुल्ला ने चुनावी रैलियों का भी किया संबोधित
इसके अलावा उमर ने इचगाम बड़गाम और गांदरबल में भी चुनावी रैलियों को संबोधित किया। डल के भीतर बसी आवासीय बस्तियां जडीबल विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा हैं। यहां उमर के राजनीतिक सलाहकार तनवीर सादिक और उमर खुद बड़गाम और गांदरबल में चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि दूसरे चरण में छह जिलों के लिए 26 सीटों पर मतदान 25 सितंबर को होंगे।
डल झील में निकाली शिकारा रैली
नेकां का झंडा हाथ में थामे उमर सबसे आगे शिकारा पर थे। पीछे के शिकारा में उनकी पार्टी के अन्य नेता व कार्यकर्ता थे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस के साथ गठजोड़ को सही ठहराया। चुनाव में जीत के लिए भाजपा और पीडीपी द्वारा किए जा रहे दावों पर कहा कि हमारे पास कुछ नहीं है जिससे हमें पता चल सके कि ईवीएम में क्या बंद हैं।यहां कोई त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी- उमर अब्दुल्ला
उन्होंने कहा कि हम सिर्फ जनता से सुनी बातों के आधार पर दावा करते हैं। यहां कोई त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी। हम चुनाव के बाद गठबंधन कर सकते थे, लेकिन गठबंधन (चुनाव से पहले) लोगों को विकल्प देने के लिए बनाया गया है ताकि त्रिशंकु विधानसभा न हो और इसमें संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है कि सरकार नहीं बनेगी। भाजपा त्रिशंकु विधानसभा चाहेगी ताकि उसे (उपराज्यपाल) शासन को लंबा खींचने का बहाना मिल जाए लेकिन लोग ऐसा नहीं होने देंगे।
कश्मीर में भाजपा की दाल नहीं गलेगी
कश्मीर की तुलना में जम्मू में चुनाव प्रचार में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ज्यादा भागीदारी संबंधी सवाल पर उमर ने कहा कि भाजपा को पता है कि कश्मीर में उसकी दाल नहीं गलेगी। यहां कश्मीर में उसे एक सीट नहीं मिलेगी। मुस्लिमों के प्रति भाजपा का रवैया सभी जानते हैं। भाजपा अगर तीन खानदानों का नाम लेकर हमें बदनाम कर वोट मांग रही है तो साफ है कि पांच वर्ष के दौरान वह जम्मू-कश्मीर में हर मोर्चे पर नाकाम रही है।यह भी पढ़ें- J&K Election: सात गारंटियों के इर्द-गिर्द ही सीमित कांग्रेस का चुनाव प्रचार, फिर भी नेताओं को सता रहा किस बात का डर?
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