Pauni Road Accident: ट्रक और स्कूटी की हुई टक्कर, 100 मीटर तक घसीटता ले गया, पूर्व सैनिक की हुई मौत
पौनी-रनसू मार्ग पर कंडा क्षेत्र में बुधवार सुबह करीब नौ बजे ट्रक ने एक स्कूटी को टक्कर मार दी और सवार सहित स्कूटी को करीब 100 मीटर आगे तक घसीटा चला गया। हादसे में पूर्व सैनिक की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक ट्रक को छोड़कर फरार हो गया।
पौनी, संवाद सहयोगी : पौनी-रनसू मार्ग पर कंडा क्षेत्र में बुधवार सुबह करीब नौ बजे ट्रक ने एक स्कूटी को टक्कर मार दी और सवार सहित स्कूटी को करीब 100 मीटर आगे तक घसीटा चला गया। इस हादसे में स्कूटी पूर्व सैनिक की मौत हो गई। हादसे के बाद चालक ट्रक को छोड़कर फरार हो गया।
100 मीटर तक घसीटता ले गया ट्रक
त्रियाठ पुलिस ने मामला दर्ज कर ट्रक को कब्जे में लेकर आरोपित चालक की तलाश शुरू कर दी है। मृतक सेवानिवृत्त सैन्य कर्मी मोहन लाल (55) पुत्र प्रवदयाल निवासी रनसू का रहने वाला था। जानकारी मुताबिक रनसू से स्कूटी पर सवार होकर मोहन लाल सुंदरबनी कैंटीन में सामान लेने के लिए जा रहा था। इसी दौरान त्रियाठ से पौनी दोमेल की तरफ आ रहा एक ट्रक ने कंडा क्षेत्र में स्कूटी को टक्कर मार दी और स्कूटी व सवार को करीब 100 मीटर आगे तक घसीटता ले गया।
पूर्व सैनिक की हुई मौत
इस हादसे में स्कूटी सवार घायल हो गया। वहां से गुजर रहे वाहनों में सवार लोगों ने घायल व्यक्ति को पहले प्राइमरी हेल्थ सेंटर भारख और उसके बाद प्राइमरी हेल्थ सेंटर पौनी पहुंचाया। जहां से डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल को जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया, लेकिन जीएमसी जम्मू पहुंचने से पहले ही घायल ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पीएचसी पौनी में पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया है।
चालक एक्सीडेंट के बाद से फरार
त्रियाठ पुलिस चौकी के प्रभारी अमित चूर ने बताया ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। बहुत जल्द ट्रक चालक को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। तीन साल पहले नवरात्र में ही पत्नी की हो गई थी मौत पहले नवरात्र के दिन ही सड़क हादसे में मोहनलाल की मौत के बाद उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दोनों बेटों का रो-रोक बुरा हाल है। बच्चों को क्या पता था कि पापा सैनिक कैंटीन से सामान लेने जा रहे है तो कभी नहीं लौटेंगे।
पत्नी की भी हुई थी नवरात्रों में मृत्यू
दोनों बेटे तो खुशी-खुशी अपने पापा के लौटने के इंतजार कर रहे थे, लेकिन कुछ घंटों के बाद सड़क हादसे में उनकी मौत की खबर सुनकर दोनों बेटों के पैर के नीचे जमीन खिसक गई। बड़े ही दुख की बात है कि आज तीन साल पहले नवरात्र के दौरान ही मोहनलाल की धर्मपत्नी की मौत हो गई थी। उनकी भी मौत बुधवार से शुरू नवरात्र के दौरान ही हुई थी। अब दोनों बेटों के सिर से माता-पिता छाया उठ गया है।