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PDP की मीडिया सलाहकार ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना, बोलीं- 'PAGD गठबंधन छोड़ने को दबाव बना रही सरकार'

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी साथ ही पार्टी की मीडिया सलाहकार इल्तिजा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया है कि उनकी पार्टी पर 2019 में जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति की बहाली को लेकर गठित हुआ पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) को छोड़ने के लिए केंद्र की तरफ से भारी दबाव दिया जा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Wed, 25 Oct 2023 06:31 PM (IST)
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PDP की मीडिया सलाहकार ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
पीटीआई, श्रीनगर। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की बेटी साथ ही पार्टी की मीडिया सलाहकार इल्तिजा मुफ्ती (Iltija Mufti) ने दावा किया है कि उनकी पार्टी पर 2019 में जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति की बहाली को लेकर गठित हुआ पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (PAGD) को छोड़ने के लिए केंद्र की तरफ से भारी दबाव है।

शाह फैसल की जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (JKPM) जैसे गठबंधन छोड़ने वाली पार्टियों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने गठबंधन क्यों छोड़ा और क्या उन्हें बाहर कर दिया गया। मैं आपको बता दूं कि हमें भी गठबंधन छोड़ने के लिए केंद्र की ओर से भारी दबाव का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन हमारा ये इरादा नहीं है।

पीएजीडी गठबंधन का उद्देश्य

पीएजीडी गठबंधन सिर्फ सत्ता पाने, चुनाव लड़ने के लिए नहीं बनाया गया था। इस गठबंधन का एक बड़ा उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 (Article 370) को बहाल करना और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ना है। साथ ही यहां के लोगों और उनकी इच्छा के अनुसार सभी हितधारकों के हितों को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर के बड़े मुद्दे को हल करना भी है। इसलिए मुझे आशा है कि पीएजीडी गठबंधन भविष्य में भी सभी को एकजुट रखने में सक्षम होगा।

पीएजीडी का गठन 2019 में केंद्र द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू और कश्मीर की विशेष स्थिति को रद्द करने और राज्य को केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद किया गया था।

इज़राइल-हमास जंग पर देश में ध्रुवीकरण का माहौल

उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे की पर बात नहीं की, उन्होंने कहा कि इज़राइल-हमास संघर्ष पर भी देश में माहौल का ध्रुवीकरण किया जा रहा है। आप देख ही रहे हैं कि मीडिया का एक बड़ा हिस्सा रातों-रात इजराइल भेज दिया गया है। लेकिन उन्हें मणिपुर में महिलाओं पर हुए अत्याचार नहीं दिखाई दिया, जहां से हमने महिलाओं की बेहद परेशान करने और विचलित करने वाली तस्वीरें देखीं।

वे इज़राइल-गाजा को इस तरह से कवर कर रहे हैं कि लोगों को ये मुस्लिम और अन्यो के साथ संघर्ष लगे। मुझे नहीं पता कि हम किस दिशा में जा रहे हैं लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि अगर भाजपा अगले साल जीतेगी तो वे संविधान पूरी तरह संविधान को बदल देंगे और भी हम भी अस्तित्व में नहीं रहेंगे क्योंकि वे हर चीज को कमजोर कर देंगे।

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नेशनल कॉन्फ्रेंस के पीएजीडी के साथ गठबंधन के ठहराया सही

इल्तिजा मुफ्ती ने कहा कि सभी विपक्षी पार्टियों को नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन को सही ठहराते हुए कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक एकजुटता की जरूरत है।

मुझे लगता है कि हम जम्मू-कश्मीर के इतिहास में बहुत अशांत समय में हैं अगर पीडीपी और एनसी जैसी पार्टियां अब एक साथ नहीं आती हैं और लोगों के लिए खड़ी नहीं होती हैं, तो कब होंगी? हम बहुत कुछ सह चुके हैं और हमारे अधिकार हमसे दिन के उजाले में छीन लिए गए हैं और इसलिए बलिदान देने का समय आ गया है।

सर्वोच्च न्यायालय के प्रति है सम्मान लेकिन भरोसा नहीं

उन्होंने कहा कि मेरे मन में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के प्रति सर्वोच्च सम्मान है। लेकिन आप देखें कि सुनवाई के दौरान कोर्ट सार्वजनिक रूप से क्या कहती है और मौखिक रूप से क्या कहती है। मगर कोर्ट जो निर्णय पारित करती है, वो भाजपा की नीतियों से बहुत मेल खाता है। इसलिए, ईमानदारी से कहूं तो मैंरी न्यायपालिका पर ज्यादा उम्मीदें नहीं हैं क्योंकि अनुच्छेद 370 ही नहीं, आपने राम मंदिर के निर्माण पर भी उनका निर्णय देख ही लिया होगा।

तो मुझे लगता है कि कहीं न कहीं न्यायपालिका को भी कमजोर किया जा रहा है और हमारे अधिकारों के लिए संघर्ष का भार पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर के लोगों पर आएगा। हम न्यायपालिका या किसी अन्य संस्थानों की तरफ भी नहीं देख सकते क्योंकि उन सभी को भी नष्ट व कमजोर किया जा रहा है। इसलिए हमें शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से लड़ना होगा।

चुनावी मैदान में आने को लेकर इल्तिजा ने ये कहा

उन्होंने कहा कि अफने चुनावी राजनीति में शामिल होने को लेकर कहा कि इस संभावना से इनकार नहीं किया हा लेकिन मैं अभी इसको लेकर कोई निश्चित जवाब नहीं दे सकती हूँ।

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