Jammu Kashmir News: आयकर विभाग ने कारोबारी समूह के कई ठिकानों पर मारा छापा, करोड़ों जब्त; अहम दस्तावेज बरामद
आयकर विभाग ने कश्मीर घाटी में बड़ी कार्रवाई करते हुए सीमेंट स्टील ग्लास प्लाईवुड रियल एस्टेट पर्यटन कपड़ा और स्वास्थ्य सेवा विभिन्न क्षेत्रों में लगे एक प्रमुख कारोबारी समूह के 40 से अधिक ठिकानों पर छापा मारा। जांच में कई आपत्तिजनक दस्तावेज हाथ से लिखी डायरियां और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। आयकर विभाग ने जम्मू-कश्मीर के एक बड़े कारोबारी समूह द्वारा छिपाई गई करोड़ों रुपये की अज्ञात आय का पता लगाया है। यह कारोबारी समूह सीमेंट, स्टील, प्लाईवुड, पर्यटन और स्वास्थ्य क्षेत्र में सक्रिय है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बयान जारी कर बताया है कि उक्त कारोबारी समूह के श्रीनगर, सोपोर, बड़गाम, सोनमर्ग और पुलवामा के अलावा दिल्ली स्थित 40 ठिकानों की गत सोमवार से जांच की जा रही थी।
डिजिटल उपकरण जब्त किए गए
जांच में कई आपत्तिजनक दस्तावेज, हाथ से लिखी डायरियां और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। सीबीडीटी के मुताबिक, उक्त कारोबारी समूह से जुड़े एक प्रमुख व्यक्ति ने कर बचाने, आय कम दिखाने और अघोषित आय जमा करने की बात को स्वीकारा है।
16 लाख रुपये मूल्य के आभूषण व सोने-चांदी के सिक्के मिले
जांच में 1.7 करोड़ रुपये की नकदी के अलावा 16 लाख रुपये मूल्य के आभूषण व सोने-चांदी के सिक्के मिले हैं। सीबीडीटी ने उक्त कारोबारी समूह के नाम का जिक्र किए बगैर बताया कि उसके विभिन्न कारखानों और खुदरा दुकानों के स्टाक में भी भिन्नता मिली है।
सीमेंट की आय को 60 करोड़ से कम दिखाया
उसके विभिन्न परिसरों से मिले साक्ष्यों के आधार पर सिर्फ कश्मीर में ही उसकी 50 करोड़ रुपये मूल्य से ज्यादा की अचल संपत्तियां व अघोषित निवेश का पता चला है। यह कारोबारी समूह अपने सीमेंट के कारोबार में बिक्री को बीते कुछ वर्षों से सीमेंट बिक्री से होने वाली आय को भी असल आय से कम दिखाकर कर चुरा रहा था और उसने अपनी सीमेंट की आय को 60 करोड़ से कम दिखाया है।
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नकद वाउचर और बिक्री चालान भी मिले
सीमेंट की बिक्री से संबंधित कई नकद वाउचर और बिक्री चालान भी मिले हैं जो संबंधित खातों में दर्ज नहीं हैं।इसी तरह कपड़ा और प्लाईवुड के कारोबार में 50 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित बिक्री के सबूत मिले हैं। इस कारोबारी समूह के कश्मीर और दिल्ली में चल रहे रियल एस्टेट कारोबार से संबंधित नकद प्राप्त करने के संबंध में दस्तावेज भी मिले हैं।