Srinagar News: DGP स्वैन के बयान पर मचा घमासान, PDP सहित इन पार्टियों ने बताया कार्यकर्ताओं का अपमान; बर्खास्तगी की उठी मांग
जम्मू-कश्मीर में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर आर स्वैन ने हालिया बयान की क्षेत्रीय पार्टियों ने निंदा की है। पीडीपी ने तो पुलिस महानिदेशक की बर्खास्तगी तक की मांग कर दी। साथ ही एनसी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने डीजीपी की टिप्पणी को अनुचित और पार्टी कार्यकर्ताओं का अपमान बताया। बता दें कि डीजीपी स्वैन ने कहा कि क्षेत्रीय संगठन राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवादी नेताओं के साथ सहयोग कर रहे हैं।
पीटीआई, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने मंगलवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर आर स्वैन की हालिया बयान की आलोचना की है। जहां पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने डीजीपी की बर्खास्तगी की मांग कर दी है। वहीं, एनसी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने उनकी टिप्पणी को अनुचित और पार्टी कार्यकर्ताओं का अपमान बताया है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आर आर स्वैन ने आईआईएम में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा था कि क्षेत्रीय संगठन 'राजनीतिक लाभ' के लिए आतंकवादी नेताओं के साथ सहयोग कर रहे हैं। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जहां स्वैन की बर्खास्तगी की मांग की, वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने पुलिस प्रमुख की टिप्पणी को अनुचित और उनके पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए बलिदान का अपमान बताया।
क्षेत्रीय दलों ने दिया आतंकवादी नेताओं को बढ़ावा- आर आर स्वैन
आर आर स्वैन ने सोमवार को दावा किया कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के चरम के दौरान जम्मू-कश्मीर में नागरिक समाज के सभी पहलुओं में घुसपैठ की और क्षेत्रीय दलों ने राजनीतिक लाभ के लिए आतंकवादी नेताओं को बढ़ावा दिया।नासिर सोगामी ने डीजीपी के बयान को लेकर दी अपनी प्रतिक्रिया
एनसी ने देश के लिए अपने बलिदानों को उजागर किया और स्वैन के बयान की निंदा की, इसके कश्मीर क्षेत्र के प्रमुख नासिर सोगामी ने मकबूल शेरवानी और मोहम्मद यूसुफ हलवाई का उदाहरण दिया। सोगामी ने कहा कि यह बयान देकर डीजीपी ने मकबूल शेरवानी जैसे नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं के महान बलिदानों का अपमान किया है, जिन्होंने 1948 में कश्मीर में भारतीय सेना की लैंडिंग को आसान बनाने के लिए दो दिनों तक पाकिस्तानी हमलावरों को गुमराह किया।
बयान को मोहम्मद यूसुफ हलवाई का बताया अपमान
उन्होंने कहा कि ये बयान मोहम्मद यूसुफ हलवाई का भी अपमान है, जिन्होंने 1989 में स्वतंत्रता दिवस पर आतंकवादी समूहों द्वारा ब्लैकआउट के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि देश की अखंडता के लिए तीन हजार से अधिक एनसी नेताओं ने अपनी जान कुर्बान की है। एनसी नेता ने कहा कि कभी-कभी राजनीतिक दलों में भी कुछ गलत होने की संभावना होती है, लेकिन यह पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी सच है। लेकिन ये अपवाद हैं और अपवाद कभी भी परिभाषा नहीं हो सकते।तुच्छ बयान लोगों के बलिदान को आंकते कमतर- नासिर सोगामी
उन्होंने कहा कि ऐसे तुच्छ बयान केवल लोगों के बलिदान को कमतर आंकते हैं और सीमा पार हमारे दुश्मन की मदद करते हैं। स्वैन को हटाने की मांग करते हुए मुफ्ती ने क्षेत्र में युवा सेना अधिकारियों के बीच बढ़ती हताहतों पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने डीजीपी पर स्थानीय लोगों के साथ 'पाकिस्तानियों' जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया।
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