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Mehbooba Omar House Arrest: उपराज्यपाल बोले भ्रामक अफवाह न फैलाएं, न महबूबा मुफ्ती-ना ही अब्दुल्ला; दोनों नजरबंद

SC Article 370 Verdict पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर उच्चतम न्यायालय के फैसले से पहले सोमवार को नजरबंद किया गया। इस बात का दावा उनकी पार्टी के नेताओं ने किया है। इसके बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि नजरबंदी या गिरफ्तारी की खबर पूरी तरह से निराधार

By Jagran NewsEdited By: Monu Kumar JhaUpdated: Mon, 11 Dec 2023 12:08 PM (IST)
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आर्टिकल 370 पर SC के फैसले से पहले महबूबा नजरबंद।फाइल फोटो
पीटीआई,श्रीनगर। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को आज  सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 370 पर फैसला आने से पहले नजरबंद किया गया। ऐसा दावा उनकी पार्टी ने सोशल मीडिया साइट X पर किया है। जिसे खारिज करते हुए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि भ्रामक अफवाह न फैलाएं।

पीडीपी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सुप्रीम कोर्ट का फैसला सुनाए जाने से पहले ही, पुलिस ने पीडीपी (PDP Party) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास के दरवाजे सील कर दिए हैं और उन्हें अवैध रूप से नजरबंद कर दिया है।"

इसके बाद जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा(LG Manoj Sinha) ने कहा कि अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले (SC Article 370 Verdict) से पहले किसी की नजरबंदी या गिरफ्तारी की खबर 'पूरी तरह से निराधार' है। अधिकारियों ने कहा कि इस बीच, पुलिस ने पत्रकारों को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला(Farooq Abdullah) और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला(Omar Abdullah) के गुपकर स्थित आवास के पास इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी।

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वहीं, जम्मू कश्मीर के खंडन पर उमर अब्दुल्ला ने एक पोस्ट किया है, इस पोस्ट में उन्होंने कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए कहा कि ये जो मेरे घर के दरवाजे पर जंजीरें हैं क्या मैंने लगाई हैं? आप नजरबंदी को लेकर इनकार क्यों कर रहे हैं। यह भी संभव है कि आपको पता ही न हो कि आपकी पुलिस क्या कर रही है? क्या आप बेईमान हैं या आपकी पुलिस आपसे स्वतंत्र होकर काम कर रही है?

गौरतलब है कि गुपकर रोड के प्रवेश बिंदु पर पुलिस कर्मियों की एक टीम तैनात की गई थी और पत्रकारों को नेशनल कॉन्फ्रेंस नेताओं के आवास के आसपास कहीं भी जाने की अनुमति नहीं थी। एनसी के एक नेता ने कहा कि आवास के मुख्य द्वार पर सुबह पुलिस ने ताला लगा दिया था।

उमर अबदुल्ला को उनके घर में बंद कर दिया गया है। लोकतंत्र?" एनसी की अतिरिक्त राज्य प्रवक्ता सारा हयात शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा। उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर अब्दुल्ला निवास के बंद गेट की तस्वीरें भी पोस्ट कीं।

अक्टूबर 2020 में अपना आधिकारिक आवास खाली करने के बाद उमर अब्दुल्ला अपने पिता के साथ रहते हैं। जबकि फारूक अब्दुल्ला, जो श्रीनगर से संसद सदस्य हैं, मौजूदा संसद सत्र के लिए दिल्ली में हैं, उनके बेटे घाटी में हैं।

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