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Jammu Kashmir Weather: लगातार दूसरे दिन भी घाटी के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी, सामान्य से कई डिग्री नीचे लुढ़का पारा

जम्मू कश्मीर में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश और घाटी के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग ने कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसे ही बने रहने की संभावना जताई है। चार दिन से बारिश और दो दिन लगातार बर्फबारी से तापमान सामान्य से कई डिग्री नीचे चला गया है।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sat, 31 Aug 2024 08:07 AM (IST)
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दो दिनों से घाटी में हो रही बर्फबारी (फाइल फोटो)

जागरण टीम, श्रीनगर/जम्मू। कश्मीर घाटी में मानसून की सक्रियता से शुक्रवार को चौथे दिन भी निचले क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा का सिलसिला जारी रही। वहीं लगातार दूसरे दिन अफरवट समेत घाटी के अधिकांश ऊपरी इलाकों में बर्फबारी भी होती रही।

वर्षा और बर्फबारी के कारण अधिकांश स्थानों पर पारा सामान्य से कई डिग्री नीचे लुढ़क गया है। सितंबर के पहले सप्ताह में भी मौसम के मिजाज कुछ ऐसे ही बने रहने की संभावना है।

मलबा गिरने से कुछ जगहों पर बाधित रहा यातायात

घाटी में मानसून का प्रभाव ज्यादा रहने के आसार हैं। दूसरी ओर शुक्रवार को लगातार वर्षा से राजौरी और पुंछ में दो हादसे भी हुए। कुछ जगहों पर मलबा गिरने से यातायात भी बाधित हुआ।

गुरुवार से घाटी में मौसम का मिजाज अधिक तीखे हो गए और गुलमर्ग की अफरवट और सोनमर्ग के थाजवास पहाड़ी समेत घाटी के कई ऊपरी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई।

इन इलाकों में हल्की बर्फबारी का सिलसिला शुक्रवार को भी दिनभर रुक-रुक कर जारी था। उच्च पर्वतीय इलाकों में यह इस मौसम की पहली बर्फबारी है।

नदी-नालों का जलस्तर बढ़ा

इधर निचले इलाकों में भी दिनभर रुक-रुक कर वर्षा भी होती रही। दो दिन से बर्फबारी जारी रहने से तापमान में और अधिक गिरावट देखने को मिली। ठंड का प्रकोप और तेज हो गया। अधिकांश लोग गर्म कपड़ों में नजर आए।

श्रीनगर में अधिकतम तापमान सामान्य 8.6 डिग्री कम दर्ज किया गया। लगातार वर्षा से समेत घाटी के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। संबंधित अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ का कोई खतरा नहीं है।

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संवेदनशील इलाकों में बादल फटने की आशंका

मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मुख्तार ने कहा कि सात सितंबर तक घाटी में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। 4 और 5 सितंबर को मानसून का प्रभाव कुछ अधिक नजर आएगा। इन दो दिनों में अच्छी वर्षा की संभावना है। संवेदनशील इलाकों में बादल भी फट सकते हैं।

बाकी दिनों कुछ इलाकों में रुक-रुक कर हलकी वर्षा होगी। वहीं जम्मू संभाग में 31 अगस्त से 1 सिंतबर तक बादल छाएंगे एवं कई स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।

फिर दो और तीन को गरज के साथ हल्की वर्षा के आसार है। चार से छह सितंबर तक मौसम शुष्क रहेगा। फिर सात और आठ सितंबर को जम्मू संभाग के अधिकतर स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है।

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