Srinagar Politics: महबूबा मुफ्ती ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- हारने के डर से चुनाव में देरी कर रही BJP
महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में पंचायत और स्थानीय निकाय चुनावों में देरी कर रही है। मुफ्ती ने कहा कि भाजपा को अपनी हार का एहसास हो गया है। उन्होंने ये भी आरोप लगाए कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी यदि पूरे देश में आ जाती है तो वह पूरे देश में चुनाव प्रणाली समाप्त करा देगी।
श्रीनगर, पीटीआई। पीडीपी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mahbooba Mufti) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में पंचायत और स्थानीय निकाय चुनावों (Panchayat and Local Body Election) में देरी कर रही है। मुफ्ती ने कहा कि भाजपा को अपनी हार का एहसास हो गया है। उन्होंने ये भी आरोप लगाए कि केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी यदि पूरे देश में आ जाती है तो वह पूरे देश में चुनाव प्रणाली समाप्त करा देगी।
BJP टाल रही चुनाव
पत्रकारों से बात करते हुए मुफ्ती ने कहा कि भाजपा को इस बात का एहसास हो गया है कि जम्मू में उनका सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन तंत्र को वे जम्मू में स्थापित करने की कोशिश कर रहे है वह काम नहीं कर रहा है क्योंकि लोग उन्हें स्वीकार करने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि भाजपा चुनाव टाल रही है।
चुनाव कराने का नाटक करती है भाजपा- मुफ्ती
मुफ्ती ने कहा कि भाजपा ढोंग करती थी और पूरी दुनिया को दिखाती थी की उन्होंने जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अब भाजपा को यह नाटक बंद कर दिया है। भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए मुफ्ती ने कहा कि एक तरफ ये लोग कहते हैं कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हालात बेहतर हुए हैं, जिससे लोग खुश हैं। वहीं दूसरी ओर कहते हैं कि चुनाव इसलिए नहीं किए जा सकते क्योंकि माहौल ठीक नहीं है।
भाजपा उठाती है हिंदू मुसलमान का मुद्दा
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि असल कारण तो ये है कि जम्मू-कश्मीर में, खासकर घाटी में भाजपा के सभी प्रयोग विफल हो गए है। उन्होंने कहा कि जम्मू के लोग भाजपा के खिलाफ हो गए हैं। उन्हें ये बात पता लग गई है कि भाजपा लोगों को भड़काकर उन्हें नुकसान पहुंचाकर, जम्मू-कश्मीर में लोगों को आपस में लड़ाकर, हिंदू-मुसलमान बनाकर बेवकूफ बनाया है।
उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी लोकसभा चुनाव में सत्ता में वापस आती है, तो वे न केवल जम्मू-कश्मीर में, बल्कि शायद आने वाले समय में पूरे देश में चुनाव प्रणाली खत्म कर देंगे।