जम्मू और कश्मीर में जल्द लागू होगी स्टार्ट-अप नीति, निवेशकों को मिलेगा वित्तीय समर्थन; तैयार है पूरा मसोदा
जम्मू कश्मीर में जल्द ही स्टार्ट अप नीति लागू की जाएगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि प्रदेश के लिए स्टार्ट अप नीति का प्रारूप (ड्राफ्ट) तैयार कर लिया गया है। इसके तहत स्टार्ट-अप और निवेशकों को वित्तीय व अन्य समर्थन और पूरा सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार स्टार्ट-अप के अनुकूल पारिस्थितिक तंत्र विकसित करने के लिए संकल्पबद्ध है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। Jammu-Kashmir News: जम्मू कश्मीर में जल्द ही स्टार्ट अप नीति लागू की जाएगी। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि प्रदेश के लिए स्टार्ट अप नीति का प्रारूप (ड्राफ्ट) तैयार कर लिया गया है। युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए इस नीति को अमल में लाने पर तेजी से काम चल रहा है।
स्टार्ट अप और निवेशकों को मिलेगा वित्तीय समर्थन
इसके तहत स्टार्ट-अप और निवेशकों को वित्तीय व अन्य समर्थन और पूरा सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। उपराज्यपाल ने बुधवार को जम्मू विश्वविद्यालय परिसर में "इग्नाइटर-2023: स्टार्ट अप" महोत्सव का उद्घाटन किया। इस महोत्सव का आयोजन जम्मू विश्वविद्यालय ने जेएंडके स्टार्ट अप एसोसिएशन, पर्यटन विभाग, जम्मू कश्मीर बैंक और जम्मू कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ मिलकर किया है।
स्टार्ट अप नीति पर क्या बोले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू कश्मीर में जल्द ही स्टार्ट-अप नीति लागू करने का यकीन दिलाते हुए कहा कि हमने इसका प्रारुप तैयार कर लिया है।
आज यहां जम्मू विश्वविद्यालय परिसर में इग्नाईटर -2023: स्टार्ट -अप महोत्सव का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार स्टार्ट-अप के अनुकूल पारिस्थितिक तंत्र विकसित करने के लिए संकल्पबद्ध है।
इग्नाईट-2023: स्टार्ट अप महोत्सव का आयोजन किसने किया?
स्टार्ट-अप और निवेशकों को वित्तीय व अन्य समर्थन व सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। इग्नाईट-2023: स्टार्ट अप महोत्सव का आयोजन जम्मू विश्वविद्यालय ने जेएंडके स्टार्ट-अप एसोसिएशन, पर्यटन विभाग, जम्मू कश्मीर बैंक और जम्मू कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन के साथ मिलकर किया है।
अर्थव्यवस्था को आकार देने वाली शक्ति है स्टार्ट-अप
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि स्टार्ट-अप नेटवर्क युग में अर्थव्यवस्था को आकार देने वाली शक्ति को दर्शाते हैं। विश्वविद्यालय और कालेज परिसरों को विचारों की एक नदी के रूप में जाना जाता है,क्योंकि युवा मन और मस्तिष्क हमेशा कुछ नया सोचता है, कुछ नया करने का जज्बा रखता है। इसलिए कालेज और विश्वविद्यालयो के परिसरों की आबोहवा में पैदा होने वाले विचारों को साकार करने के लिए हमें एक अनुकूल वातावरण बनाना चाहिए।
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स्टार्ट-अप के अनुकूल पारिस्थितिक तंत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध प्रशासन
मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रदेश प्रशासन एक स्टार्ट-अप के अनुकूल पारिस्थितिक तंत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है । पूंजी और अन्य संसाधनों तक पहुंच प्रदान करने, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने और अन्य स्टार्ट-अप और निवेशकों के साथ नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करने के लिए जम्मू कश्मीर प्रदेश प्रशासन हर समय तैयार है।
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