कश्मीर में बदलाव की कहानी बयां कर रहीं तिरंगा रैलियां, गलियों-बाजारों में देशभक्ति के नारों की गूंज
Jammu Kashmir आतंक के गढ़ रहे अनंतनाग के गांव सादीवारा में स्कूली छात्रों ने 400 फीट लंबा तिरंगा लेकर रैली निकाली। इसमें ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस रैली के आयोजन में प्रमुख निभाने वाले गांव के सरपंच फारूक अहमद गनई ने कहा कि यह रैली किसी एक का विचार नहीं बल्कि पूरे गांव की सोच को प्रदर्शित करता है।
By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sat, 12 Aug 2023 05:00 AM (IST)
जागरण संवाददाता, श्रीनगर: कश्मीर में क्या बदला है, यह देखना है तो वहां की गलियों और सड़कों पर घूमकर आइए। नियंत्रण रेखा से सटे सीमांत गांवों से लेकर आतंक के गढ़ रहे दक्षिण कश्मीर में तिरंगा रैलियों की धूम है। हर तरफ गूंजते देशभक्ति के गीतों के तराने साफ संदेश देते हैं कि आम कश्मीरी आतंक और अलगाव की पीड़ा से आजादी पाकर देश के स्वतंत्रता दिवस के उत्सव में खो जाने को बेताब हैं।
इन रैलियों में युवाओं और आम शहरियों की भागेदारी साफ संकेत दे रही है कि यहां सब बदल चुका है। इसके साथ ही देश के लिए बलिदान देने वाले जवानों की याद में कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान के तहत सभी शहरों में तिरंगा रैलियां निकालने का आह्वान किया था। इसका खासा असर भी दिखा। कश्मीर में बीते तीन दिनों से जगह-जगह तिरंगा रैलियां निकल रही हैं। हिंदोस्तान जिंदाबाद, बलिदानियों को सलाम, यह मुल्क हमारा है-इसकी हिफाजत हम करेंगे जैसे नारे लगाते छात्रों व युवाओं की टोलियां नजर आ रही हैं।
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कभी आतंकियों और अलगाववादियों का केंद्र रहे श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है। प्रदेश प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि लोगों को ऐसी रैलियों में भागेदारी के लिए प्रेरित किया गया था और इसका असर दिख रहा है।
अनंतनाग में 400 फीट लंबा तिरंगा लेकर निकले स्कूली छात्र
आतंक के गढ़ रहे अनंतनाग के गांव सादीवारा में स्कूली छात्रों ने 400 फीट लंबा तिरंगा लेकर रैली निकाली। इसमें ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस रैली के आयोजन में प्रमुख निभाने वाले गांव के सरपंच फारूक अहमद गनई ने कहा कि यह रैली किसी एक का विचार नहीं बल्कि पूरे गांव की सोच को प्रदर्शित करता है।
यह रैली उन जवानों के बलिदान को समर्पित है, जिनकी वजह से हम आजाद हवा में सांस ले पा रहे हैं। तिरंगा रैली से हम जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनकी याद में दीये भी जलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां बुजुर्ग हों या जवान, भारत सबके दिलों में बसता है।
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