Amarnath Yatra 2024: 'बम-बम भोले' के जयघोषों से गूंजा टिकरी, धाम जा रहे भक्तों का हुआ भव्य स्वागत; दिखा जबरदस्त उत्साह
कल से अमरनाथ यात्रा प्रांरभ हो जाएगी। ऐसे में श्रद्धालुओं के बीच भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में उधमपुर जिला प्रशासन की ओर से टिकरी काली माता मंदिर में अमरनाथ यात्रियों के स्वागत के लिए व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं में महिलाएं पुरुष बच्चे साधु व साध्वियां इत्यादि शामिल हैं जो बोल-बम के जयघोषों के साथ लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
अमित माही, उधमपुर। बाबा बर्फानी के पावन अमरनाथ धाम (Amarnath Yatra 2024) की यात्रा पर रवाना हुए शिवभक्तों के पहले जत्थे का जम्मू से लगती उधमपुर जिले की सीमा के पास स्थित टिकरी काली माता मंदिर में भव्य स्वागत किया गया।
यहां पर भक्तों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था। जिसके बाद डीसी ने झंडी दिखा कर भक्तों को आगे रवाना किया।
जिला प्रशासन की ओर से टिकरी काली माता मंदिर में अमरनाथ यात्रियों (Amarnath Yatra) के स्वागत के लिए व्यवस्था की गई थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किए गए प्रबंधों का जायजा लेने के लिए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सुबह चार बजे के बाद पहुंचना शुरु हो गए थे।
बम-बम भोले के गूंज उठे जयघोष
सुबह सात बजे बालटाल मार्ग से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के काफिले की बसें और यात्री वाहन टिकरी काली माता मंदिर की तरफ मुड़े। टिकरी काली माता मंदिर के पास वाहन रुकते ही बम-बम भोले के जयघोष गूंज उठे।
जिसके बीच डीसी उधमपुर सलोनी राय, डीआईजी उधमपुर रियासी रेंज मोहम्मद रईस भट्ट, एसएसपी उधमपुर जोगिंद्र सिंह, एडीसी जोगिंद्र सिंह जसरोटिया, पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया, समाज सेवक विक्रम सिंह सलाथिया व के पुजारी यशपाल शर्मा भक्तों को फूलों के हार, चुनरी पहना कर स्वागत किया। उन्हें मिठाई खिलाई गई व पानी और जूस दिया गया।
पांच मिनट के बाद डीसी ने डीआईजी व एसएसपी सहित अन्य की मौजूदगी में श्रद्धालुओं को सफल व मंगलमय यात्रा की शुभकामनाओं के साथ झंडी दिखा कर आगे की यात्रा पर रवाना किया। जिसके बाद श्रद्धालु बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए आगे रवाना हो गए।
बालटाल मार्ग से जाने वाले श्रद्धालुओं के जत्थे के करीब आधे घंटे बाद 7.35 मिनट पर पहलगाम मार्ग से जाने वाले भक्तों के जत्थे के वाहन जिला की सीमा में दाखिल हुए। करीब आधे एक घंटे में जिला की सीमा से सुरक्षित पार हो गए।
टीसीयू के मुताबिक उधमपुर जिला की सीमा में दाखिल होने के बाद बालटाल वाला जत्था 1.39 मिनट तथा पहलगाम का जत्था 1.45 मिनट में जिला की सीमा से सुरक्षित पार होकर रामबन जिला में प्रवेश कर गया।
बच्चों ने दी शिव तांडव नृत्य की शानदार प्रस्तुति
टिकरी में उधमपुर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित अमरनाथ यात्रा स्वागत कार्यक्रम के दौरान बाल कलाकारों ने शिव तांडव नृत्य सहित शिव भजनों पर अन्य कई सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुतियां दी।
यात्रा के स्वागत के लिए अधिकारी व लोग तड़के चार बजे से पहुंचना शुरु हो गए थे। पौ फटने के कुछ देर के बाद वहां पर बाल कलाकार पहुंचे। जिन्होंने काली माता मंदिर के समक्ष शिव तांडव नृत्य प्रस्तुति के साथ शिव भजनों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया।
यात्रा स्वागत के लिए पहुंचे लोगों व अधिकारियों ने यात्रा के आने से पहले इन प्रस्तुतियों का आनंद उठाया। इसके बाद बच्चों ने अमरनाथ यात्रा पर जा रहे भक्तों के समक्ष भी नृत्य प्रस्तुति दी।
चिनैनी में टोल प्लाजा के पास खराब हुई श्रद्धालुओं की बस
अमरनाथ यात्रा काफिले की बस चिनैनी नाशरी टोल प्लाजा के पास तकनीकी खराबी की वजह से खराब हो गई। जानकारी के मुताबिक अमरनाथ श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए एसआरटीसी के साथ अटैच बनिहाल रूट की बस नंबर जेके02सीएन9900 में तकनीकी खराबी आ गई।
इससे इस बस में सवार श्रद्धालु 15 मिनटों में काफिले के साथ चल रही दो स्पेयर बसों में से एक में बैठ कर आगे की यात्रा पर रवाना हो गए।
चंद्रकोट में स्वागत के बाद अमरनाथ यात्रियों ने किया नाश्ता
उधमपुर जिला की सीमा को पार रामबन जिला की सीमा में प्रवेश करने के बाद अमरनाथ यात्रियों के वाहन सुबह सवा आठ बजे रामबन जिला के चंद्रकोट स्थित लंगर स्थल पर पहुंचना शुरु हो गए। जहां पर प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने यात्रियों का स्वागत किया।
डीसी रामबन बसीर उल हक, डीआईजी डीकेआर रेंज श्रीधर पाटिल, एसएसपी अनुज कुमार, एडीसी वरुणजीत सिंह चाढ़क सहित अन्य अधिकारियों ने अमरनाथ यात्रियों का जोरदार स्वागत किया। अमरनाथ यात्रियों ने चंद्रकोट लंगर स्थल पर नाशता किया। जिसके बाद वह आगे की यात्रा के लिए रवाना हो गए।
कुल 4441 श्रद्धालुओं को किया गया रवाना
जम्मू से शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों से पंजीकरण करवाने वाले पहले जत्थे में कुल 4441 श्रद्धालु 226 वाहनों से रवाना हुए।
बालटाल मार्ग से जाने वाले श्रद्धालुओं में 1507 पुरुष, 328 महिलाएं, 8 बच्चे, 86 साधु, 4 साध्वियां कुल 1933 श्रद्धालु शामिल थे। जो 115 वाहनों से रवाना हुए। इनमें 37 बसें, दो मध्यम यात्री वाहन, 75 छोटे यात्री वाहन व एक दोपहिया वाहन पर सवार थे।
वहीं पहलगाम रूट से जाने 2508 भक्तों में 2124 पुरुष, 383 महिलाएं व एक बच्चा शामिल हैं। इस मार्ग से जाने वाले श्रद्धालु 111 वाहनों पर सवार थे। जिसमें 59 बसें और 52 छोटे यात्री वाहन शामिल थे।