Amarnath Yatra: NDRF ने संभाला सुरक्षा का जिम्मा, जवानों को दी जा रही स्पेशल ट्रेनिंग; महिला कर्मियों की भी होगी तैनात
अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के लिए एनडीआरएफ ने सुरक्षा का जिम्मा संभाला है। इसके लिए एनडीआरएफ की तरफ से विशेष प्रशिक्षण ऊधमपुर में लगाया गया है जिसमें जवानों को आधुनिक प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है। इसी तरह के अन्य शिविर श्रीनगर और लुधियाना में भी चल रहे हैं। इनमें जवानों आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल के बारे में भी प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है।
यूटी प्रशासन के साथ एनडीआरएफ भी जुटी
श्री अमरनाथ यात्रा को तैयारियों को लेकर यूटी प्रशासन के साथ एनडीआरएफ भी जुट गया है और इसी को लेकर विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार किया गया है। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में 300 से अधिक जवानों को तैयार किया जा रहा है। ऊधमपुर के सुई इलाके में मौजूद एनडीआरएफ के कैंप में 13 बटालियन एनडीआरएफ को करीब ढाई महीने से प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है।एनडीआरएफ के पास मौजूद है कटिंग, ड्रिलिंग के आधुनिक उपकरण
महिला कर्मियों को भी श्री अमरनाथ में किया जाएगा तैनात
एनडीआरएफ की तरफ से श्री अमरनाथ में पुरुष कर्मियों के साथ महिलाओं को भी तैनात किया जाएगा। इसके लिए महिला कर्मियों को भी प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है। श्री अमरनाथ यात्रा को लेकर अमरनाथ में 200 से अधिक जवान तैनात होंगे और इनमें कुछ महिला कर्मी भी मौजूद रहेंगी। यह सभी विशेष तौर पर महिलाओं की मदद के लिए काम करेंगी। मुश्किल हालात में महिलाएं इनके साथ संपर्क कर सकती हैं।जवानों को सिखाई जा रही ऑक्सीजन थेरेपी
जब कोई भी हादसा होता है तो घायलों के प्राथमिक उपचार को लेकर भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जवानों को ऑक्सीजन थेरेपी, हादसे में हड्डियों के टूटने पर की जाने वाली मदद, सीपीआर देकर किस तरह से दूसरों की जान बचानी है, यह भी सिखाया जा रहा है।यह भी पढ़ें: Pulwama Encounter: पुलवामा के निहामा में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता, टॉप कमांडर रियाज डार समेत दो आतंकी ढेरएनडीआरएफ अमरनाथ यात्रा को लेकर दूसरी फोर्सिस के साथ तालमेल के साथ काम कर रही है और इसी को लेकर हेडक्वार्टर के आदेश पर विशेष प्रशिक्षण शिविर चलाया जा रहा है। प्राकृतिक आपदा या फिर अन्य हादसे के हिसाब से हम बचाव का कार्य कर सकते है। हम यात्रा को सुगम बनाने के लिए दिल से काम करेंगे। पहाड़ों में लैंड स्लाइड हमारे लिए हमेशा चुनौती रहा है। जियोग्राफी के हिसाब से अमरनाथ में भूस्खलन आम बात है और इसी के लिए विशेष तौर पर जवानों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है। श्री अमरनाथ यात्रा में आने वाले यात्री अपने आप को अकेला न समझे हम उनकी मदद को हमेशा मौजूद रहेंगे। -प्रवीण सिंह, सहायक कमांडेंट 13 बटालियन एनडीआरएफ